
अजीत मिश्रा (खोजी)
बस्ती: जमीन विवाद में घायल युवक को लालगंज पुलिस ने 24 घंटे बिना इलाज थाने में बैठाया, एकतरफा कार्रवाई पर उठे सवाल।।
बस्ती जनपद के लालगंज थाना क्षेत्र के छरौछा उर्फ सोखापुरवा गांव में जमीन विवाद को लेकर रविवार को दो पक्षों के बीच हुई मारपीट अब तूल पकड़ती जा रही है। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि पुलिस ने मामले में एकतरफा कार्रवाई करते हुए घायल व्यक्ति का प्राथमिक उपचार तक नहीं करवाया और उसे थाने में 24 घंटे से अधिक बैठाए रखा।
जानकारी के मुताबिक, मारपीट की घटना के दौरान मोहनलाल यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे। लेकिन महसौ चौकी इंचार्ज और लालगंज थाने के थानाध्यक्ष एसएस राय ने कथित रूप से सुलह-समझौते का हवाला देते हुए न तो उन्हें इलाज के लिए भेजा और न ही एफआईआर दर्ज की। उल्टा उन्हें थाने में घंटों बैठाए रखा गया।
पीड़ित मोहनलाल के परिजनों का कहना है कि थानाध्यक्ष लगातार आश्वासन देते रहे कि दोनों पक्षों पर कार्यवाही की जाएगी, लेकिन अब तक केवल एक पक्ष पर ही दबाव बनाया गया है। वहीं, दूसरे पक्ष के आरोपियों – कृपाशंकर पुत्र रामदुलारे, सोनू पुत्र कृपाशंकर, और सोनू गुप्ता पुत्र राजाराम – पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
स्थानीय लोगों और परिजनों का आरोप है कि पुलिस की निष्क्रियता और पक्षपातपूर्ण रवैया न केवल न्याय को बाधित कर रहा है, बल्कि यह पैकोलिया थाने की उस चर्चित घटना की याद दिलाता है, जहां लापरवाही के चलते बड़ा अपराध घटित हो गया था।
मामले को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है और वे सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिस की यह ढिलाई किसी बड़े अपराध का संकेत तो नहीं? मोहनलाल यादव का अब तक इलाज नहीं कराया गया है और दोषियों को खुला छोड़ देना पुलिस की नीयत पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
बस्ती पुलिस की भूमिका पर अब सवाल उठने लगे हैं और पीड़ित पक्ष निष्पक्ष न्याय की मांग कर रहा है।