
दुमका:मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चोरकाटा गांव में वृद्ध दंपति की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने प्रेसवार्ता में जानकारी दी कि इस दोहरे हत्याकांड के पीछे मृतक का छोटा दामाद ही निकला। लालच और पैसों के विवाद में उसने अपने ससुर और सास की बेरहमी से हत्या कर दी। एसडीपीओ विजय कुमार महतो के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने इस हत्याकांड में पश्चिम बंगाल के बीरभुम जिला के मारग्राम थाना क्षेत्र के दिगुली मालपाड़ा गांव से मृतक के छोटे दामाद सुबल साहा उर्फ भुलु साहा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके निशानदेही पर घटना के समय पहना हुआ पीले रंग का खून लगा टी शर्ट, अभियुक्त का एनराईड मोबाइल फोन, ससुर का की पैड मोबाईल फोन, सास का एक सोना का चेन, 1 सोना का अंगुठी और 4 सोना का नाक में पहनने वाला बेसर बरामद करते हुए जप्त कर लिया है। अभियुक्त सुबल साहा उर्फ भुलु साहा को रविवार को कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक नो गोपाल की दो बेटियां थीं। बड़ी बेटी को जमीन बेचकर मिले पैसों से सहयोग दिया गया, जबकि छोटी बेटी और उसके पति (अभियुक्त दामाद) को कोई आर्थिक मदद नहीं मिली। इसी बात से नाराज होकर 19 अगस्त की रात 11 बजे के बाद आरोपी बाइक से अपने ससुराल पहुंचा। उसने फोन कर दरवाजा खुलवाया और पैसों की मांग की। ससुर द्वारा डांटने और घर से निकल जाने के लिए कहने पर वह गुस्से में आ गया और घर में रखे ईट और पीढ़ा से वार कर ससुर की हत्या कर दी। इसी दौरान बाथरूम से बाहर आई सास को भी उसने मार डाला। घटना के बाद वह घर से ससुर का मोबाइल और सास के सोने के जेवर लेकर फरार हो गया। जाने से पहले उसने उसी घर में स्नान भी किया, जिससे घर के बाहर खून के धब्बे नहीं मिले।वारदात के बाद आरोपी दामाद लगातार पुलिस को गुमराह करता रहा और कहता रहा कि वह झारखंड में नहीं था। लेकिन पुलिस ने मोबाइल कॉल डिटेल निकाला तो उसकी लोकेशन उसी गांव में मिली। घटना से पहले मृतक को अंतिम कॉल भी उसी ने किया था। सीसीटीवी फुटेज में भी वह अकेला घूमता नजर आया। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर खून से सना शर्ट, ससुर का कीपैड मोबाइल और उसके घर से सास के सोने के जेवर बरामद कर लिया है।
एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि छोटा दामाद आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। हाईवे ट्रक चलाने का उसका काम बंद हो गया था और उसने ससुर के इलाज में भी मदद की थी। लेकिन जब ससुर ने अपनी जमीन बेचकर मिले पैसे बड़ी बेटी को दे दिए और छोटी बेटी को नजरअंदाज किया, तो नाराज होकर दामाद ने हत्या कर दी। उन्होंने कहा कि यह मामला पूरी तरह लालच से जुड़ा हैकृ“अपना कमाने की बजाय आरोपी की नजर ससुर के पैसों पर थी और पैसों के इनकार पर उसने यह जघन्य अपराध कर डाला।सास-ससुर की हत्या करने के बाद दूसरे दिन छोटा दामाद सुबल साहा उर्फ भुलु साहा अपने ससुराल आ गया। इस दौरान जब मृतक का बेटा पत्रकारों से बात कर रहा था तो सुबल ने उसे पत्रकारों से बात करने से रोका और बात नहीं करने दिया। वह अपनी सास और ससुर के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। चुंकि वह कोई पेशेवर अपराधी नहीं था इसलिए तमाम चालाकियों के बावजूद वह पकड़ में आ गया।