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जय अम्बे पैदल यात्रा संघ द्वारा निकाली गई सप्तम पैदल यात्रा जिसमे सारंगी से बड़ा अंबाजी माताजी दर्शन के लिए मां के भक्त हुए पैदल रवाना

पूरे नगर में मां के भक्तों पर पुष्प वर्षा कर दी विदाई

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जय अम्बे पैदल यात्रा संघ द्वारा निकाली गई सप्तम पैदल यात्रा जिसमे सारंगी से बड़ा अंबाजी माताजी दर्शन के लिए मां के भक्त हुए पैदल रवाना

अमित पाटीदार/ सारंगी

नगर के सभी मंदिरों के शिखर पर ध्वजा चढ़ाकर निकाला जुलुस

सांरगी से सैकड़ों माता के भक्तों का दल 12 दिवसीय पैदल यात्रा पर गुजरात के शक्तिपीठ अम्बाजी के दर्शन के लिए निकला। शनिवार को यात्रा की शुरूआत नगर के माताजी मंदिर में विधि विधान से पूजा कर की शिखर पर ध्वजा चढ़ा कर नगर में पैदल तीर्थ यात्रियों को पुष्पमालाओं से अभिवादन कर भव्य बैंड-बाजों के साथ भव्य चल समारोह निकाला गया।


पिछले 7 सालों से सारंगी के भक्तजन माताजी के दर्शन करने के लिए पैदल ही अम्बाजी तक जाते है। यात्रा की शुरुआत यात्रा संचालक नगर के मोहनलाल अग्रवाल ने 2018 में 11 लोगों के साथ की थी आज पैदल यात्रियों की संख्या करीब सवा सौ के आसपास पहुंच चुकी है। यात्रा के पहले शुक्रवार रात नगर में सभी तीर्थ यात्रियों समेत ग्रामीणों ने जुलूस निकाला। नगर के अंबे माता मंदिर ,श्री खेड़ापति हनुमान जी मंदिर , श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर , शिव मंदिर सहित सभी मंदिर में धर्म ध्वजा चढ़ाई गई और यात्रा शुरू की गई। करीब 11 दिनों की इस धार्मिक पैदल यात्रा में माताजी का रथ भी रहता है जिसमें माताजी की छबि विराजमान रहती है। श्रद्धालु भक्ति भाव से जय माता के जयकोरों के साथ 400 किलोमीटर की दुरी तय करते है। यात्रा में शामिल ग्रामीण इसके लिए एक तय शुल्क भी देते है जिससे उनके भोजन सहित अन्य जरूरी सुविधाएं समिति द्वारा जुटाई जाती है। यात्रा के संयोजक मोहन लाल अग्रवाल ने बताया कि यह उनकी 17 वी पैदल यात्रा है, 10 पैदल यात्रा उन्होंने अपने ससुराल से निकलने वाली यात्राओं में शामिल होकर पुरी की थी।
संघ का रजिस्ट्रेशन भी कराया
सांरगी से निकलने वाली जय अम्बे पैदल यात्रा संघ को वर्ष 2019 में अम्बा जी मंदिर प्रबंधन के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराया गया जिसका नंबर 1385 है। यह रजिस्ट्रेशन अम्बाजी दर्शन के दौरान किसी प्रकार की अनहोनी घटना या प्राकृतिक आपदा के समय यात्रियों की सुरक्षा-राहत एवं बचाव के लिए मान्य होता है। यात्रा में पुरुष, महिलाएं, बच्चे और विभिन्न समाज के लोग भक्ति भाव के साथ पूरी तन्मयता से शामिल हो रहे है। हर साल निकलने वाली इस पैदल यात्रा के प्रति लोगों की सकारात्मक सोच के चलते पैदल जाने वाले यात्रियों का आंकड़ा साल दर साल बढता जा रहा है।
ग्यारस पर चढ़ेगी ध्वजा
सांरगी से अम्बा जी जाने वाले भक्तों के दल द्वारा भादवा ग्यारस के अवसर पर मंदिर के षिखर पर 31 फीट ऊॅची धर्म ध्वजा चढ़ाई जायेगी। अम्बाजी मंदिर पर ध्वजा चढ़ाने का सौभाग्य बिरले श्रद्धालुओं को ही मिलता है इसके लिए भक्तों को सालों का इंतजार करना पड़ता है। सांरगी से पिछले 6 सालों से जा रही यात्रा में कई यात्री दुसरी तो कई तीसरी बार पैदल संघ के साथ जुडे हुए है। अग्रवाल बताते है कि यात्रा की संभावित अवधि 11 से 12 दिनों की रहती है। इस दौरान भोजन, नाष्तें और रात्रि में विश्राम स्थल पर जरूरी सुविधाएं के लिए वाहनों को अपने साथ लेकर चलते हैं।
सुख शांति और समृद्धि का भाव लेकर
सांरगी से शुरू हुई यात्रा का पहला पड़ाव ग्राम कोदली में रहा, जहां सभी यात्रियों ने भक्ति भावना के साथ माताजी के भजन संकीर्तन किए। यात्रा में नगर के सुरेष पाटीदार, अंतिम बसैर, विजु अग्रवाल, कोदा पटेल , राजेश पाटीदार ,शांतिलाल पाटीदार, दिनेश पाटीदार , रवि पाटीदार परोलिया, शांतिलाल पटेल खवासा, विष्णु राम पाटीदार कोदली अशोक पाटीदार , वर दीचद पाटीदार, संतोष पाटीदार ,सहित कई गणमान्य लोग सहभागिता कर रहे हैं। गांव के पाटीदार समाज, ब्राहम्ण समाज, सहित सभी समाजजनों ने तीर्थयात्रियों का पुष्पवर्षाकर अभिवादन किया। मोहनलाल अग्रवाल ने बताया कि 2 सितबंर को यात्रा अम्बा जी पहुॅचेगी और 3 को गांव सहित देष की सुख शांति और समृद्धि की भावना के साथ ध्वजा चढ़ाई जायेगी। दर्शन उपरांत सभी तीर्थ यात्रियों को स्लीपर बस के माध्यम से गांव लाया जायेगा।

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