सड़क हादसे में ईलाज करवाने पहुँचे, घायल को 2 घंटे नही मिला ईलाज, सीएम हेल्प लाइन पर 5 बार शिकायत के बाद भी नहीं मिला समय पर ईलाज, आमजन के साथ बीजेपी नेता भी परेशान
सोनकच्छ – सोमवार को तहसील के गाँव खोनपीर पिपलिया के पास इंदौर-भोपाल हाईवे पर सड़क हादसा हो गया, अज्ञात बस ने दो पहिया वाहन सवार भाईयो को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर से सुरेंद्रसिंह पिता लाखन सिंह निवासी ग्राम बमुलिया खिंची तहसील आष्टा की मौत हो गई, जिसको पोस्टमार्टम के लिए देवास ले जाया गया, इसके साथ ही उनके चचेरे भाई विशाल पिता भगवान सिंह सिसोदिया निवासी बमुलिया खिंची घायल हो गया। 100 डायल को सूचना मिली, घायल को सोनकच्छ सिविल अस्पताल लाया गया। घायल के अस्पताल पहुँचते ही उनके रिश्तेदार सिविल अस्पताल पहुँचे। घायल विशाल के मुताबिक बेहोशी की हालत में पहुचने के कुछ देर बाद इलाज शुरू हुआ, जबकि खोनपीर पिपलिया के निवासी जो घायल के रिश्तेदार है अस्पताल उनके साथ पहुँचे उनका कहना है कि 1 घंटे के इंतजार के बाद घायल का इलाज शुरू हुआ, पट्टी और इंजेक्शन आदि सामग्री भी बाहर से बुलवाई, चिपकाने वाले बैंडेज भी नही मिली, जो कि बाहर से बुलवाई गई। यह सब देख परिजनों ने 181 पर शिकायत कर डाली। इसके साथ ही अस्पताल में स्वीपर और बाहरी लोग बिना अनुमति के मलहम पट्टी करते हुए नजर आ रहे थे। जब उस व्यक्ति का नाम पूछा तो उसने अपना नाम प्रमोद बताया इसके साथ ही अनुमति के बारे में पूछा तो उसका कहना है कि मै डिप्लोमा कर रहा हु इसलिए मलहम पट्टी कर रहा हु, मेरे पास अनुमति नही है।ईधर घायल अस्पताल में था बीएमओ कहते है अगली बार से गलती नही होगी – वही घायल के परिजनों ने बीएमओ को अव्यवस्था को लेकर औऱ मरीज की समस्या को लेकर फोन लगाया, करीब दोपहर 4:30 बजे दिलीप सिंह सोलंकी ने फोन लगाया तो बीएमओ शैलेन्द्र ओरिया ने मरीज का उपहास करते हुए कहा कि आज के लिए माफ कर दो अगली बार से ऐसी गलती नही होगी। जबकि मरीज को अगर अधिक चोट होती तो उसका प्राथमिक ईलाज भी संभव नही होता, साथ ही कोई अनहोनी भी हो सकती थी। इसके साथ ही परिजनों के बार-बार फोन लगाने पर बीएमओ यह कहते रहे कि 5 मिनट में आपकी व्यवस्था करता हु। जबकि मीडिया और भाजपा नेता विजेंद्र सिंह ने हस्तक्षेप किया और मीडिया मौके पर पहुची तक जाकर करीब 6 बजे उसकी मलहम पट्टी की। इसके बाद भी उनको समान बाहर से खरीदकर लाना पड़ा। इसका एक साबित यह भी है कि थाने ओर तहरीर भी शाम 6:30 पर भेजी गई जबकि घटना 4 बजे के आसपास की है।शिकायतों के बाद भी नही सुधर पा रहा सिविल अस्पताल – जब ईलाज का अभाव हुआ, तो परिजनों ने 181 पर 5 शिकायत की। इसके पहले भी कई शिकायतों का निराकरण नही हो पाया है, 5 माह पूर्व भी एक महिला की बच्चादानी फटने के बाद पेट में ही बच्चे की मौत हो गई थी, जिसकी आजतक कोई कारवाही नही हुई है, स्वास्थ विभाग द्वारा प्रतिवेदन तहसीलदार सोनकच्छ देना था, लेकिन आज दिनांक तक कोई प्रतिवेदन नही बना है, बीएमओ यहां नर्सो का पक्ष लेते नजर आ रहे है, जबकि सूचना के मुताबिक दोनो नर्सो को कमेटी ने दोषी करार दिया है। इसके साथ ही आये दिन डॉक्टरो की अनुपस्थिति स्टॉफ की मनमानी जैसी बातें इस अस्पताल में आती रहती है।भाजपा नेता के रिश्तेदार भी परेशान – प्रदेश में भाजपा की सरकार है, विधानसभा में विधायक भी भाजपा का है, और जो व्यक्ति घायल हुआ है वो भी भाजपा के किसान नेता का रिश्तेदार है, उनके आने के बाद भी बीएमओ ने उनकी एक नही सुनी। हालांकि भाजपा के जिले के किसान नेता ने खरी खरी सुनाई, लेकिन बीएमओ कोई इससे कोई फर्क नही पड़ा। इसके पहले विधायक राजेश सोनकर को भी मीडिया और नगर की जनता ने बीएमओ की मनमानी पर शिकायत की थी लेकिन आज तक कोई ठोस कार्यवाही नही हुई, बीएमओ की लगातार अनुपस्थिति के बारे में भी जिला स्वास्थ्य अधिकारी को सूचना दी गई लेकिन उनकी भी प्रतिक्रिया हुई।
इंनका कहना:-
घायल के परिजनों से सूचना मिली थी घायल के परिजन को कहा आज माफ कर दो नही होगी आगे से गलती।समय पर इलाज करवा दिया गया था, मेरे द्वारा माफी मांगने वाली बात नही कही गई। मैंने उनको ईलाज के लिए ड्यूटी डॉक्टर जावेद पटेल से बात भी की गई बाकी जो भी गलत होगा उस पर कार्यवाही की जाएगी।