सीकर/झुंझुनूं. रींगस थाना क्षेत्र में में हुए सड़क हादसे में झुंझुनूं के प्रतापपुरा गांव के राजकुमार मीणा, उनकी मां संज्या देवी, बेटी अर्चना, भतीजे आजाद की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना पर पूरे गांव में शोक का माहौल छा गया। मृतकों के घर पर शाम तक हादसे की जानकारी नहीं दी गई। लेकिन जैसे ही शाम को चारों के शव गांव पहुंचे, उनके घर में कोहराम मच गया। मृतक राजकुमार के पिता प्रहलाद मीणा (90) सहित सभी घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
गांव में जब एक साथ चार अर्थियां उठीं और चारों का अंतिम संस्कार किया गया तो हर किसी का दिल दहल उठा। एक साथ चार लोगों की मौतों से हर आंख में आसूं थे। सभी की आंखों में आसुंओं के साथ गम और अपनों के जाने का अफसोस साफ दिखाई दे रहा था। कोई मृतक के परिजन को ढांढस बंधा रहा था तो कोई उनके गम में गुमसुम बैठा था।
घर में अब कमाने वाला कोई नहीं
मृतकों के परिवार के रमाकांत मीणा व रामवतार मीणा ने बताया कि राजकुमार मीणा सेना से सेवानिवृत्त थे। गांव में एक निजी स्कूल की बस चलाते थे। खाली समय में खेती बाड़ी का काम करते थे। राजकुमार का पूरा परिवार गांव प्रतापपुरा में ही रहता है। एक मकान झुंझुनूं के सुल्तानपुर के पास भी बना रखा है जिसे किराए पर दे रखा है। राजकुमार की पत्नी मंजू देवी गृहिणी है। राजकुमार के तीन पुत्री व दो पुत्र हैं। दो पुत्रियों की शादी कर दी। एक पुत्री अर्चना की राजकुमार के साथ ही सड़क हादसे में मौत हो गई। उसके दोनों पुत्र अभी पढ़ाई कर रहे हैं। राजकुमार के घर में अब कमाने वाला कोई नहीं है।
एक भाई की पहले ही हो चुकी मौत
राजकुमार के एक भाई की कई साल पहले सड़क हादसे में मौत हो गई थी। एक भाई कृपाशंकर मीणा एलआईसी से सेवानिवृत्त हैं जो गांव में ही रहते हैं। वहीं सबसे छोटा भाई रोशनलाल मीणा रेलवे में हैं जो सीकर में रहते हैं।
प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी archana
अर्चना एमएससी करके प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। वहीं आजाद अपने माता पिता के साथ सीकर में रहकर कोचिंग कर रहा था। आजाद के पिता रोशनलाल मीणा रेलवे विभाग में सीकर में कार्यरत हैं। माता बबिता गुढा में नर्स हैं। वहीं एक भाई पढ़ाई कर रहा है बहन डॉक्टर की तैयारी कर रही है।