
प्रेस विज्ञप्ति
प्रतिनिधि सिंगरौली
मध्यप्रदेश
बरगवा रेंज के जंगलों में अवैध लकड़ी तस्करी से पर्यावरण संकट में प्रदूषण का बढ़ता ग्राफ और राजनीति का संरक्षण की चल रही चर्चा…
प्रदेश टुडे संवाददाता सिंगरौली जिले के बरगवा रेंज के जंगलों में हो रही बेशकीमती लकड़ियों की तस्करी न केवल पर्यावरण को गंभीर नुकसान पहुंचा रही है, बल्कि स्थानीय प्रशासन और सरकार की नीतियों को भी चुनौती दे रही है। वन विभाग की कई कार्रवाईयों के बावजूद तस्करी का यह अवैध धंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है।
जंगलों की कटाई और पर्यावरण पर प्रभाव होने का खतरा…
बरगवा रेंज के घने जंगलों में की जा रही अंधाधुंध कटाई से वातावरण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। वनों की अंधाधुंध कटाई के कारण पर्यावरण असंतुलन बढ़ रहा है, जिससे प्रदूषण का ग्राफ दिनों-दिन ऊपर जा रहा है। जंगलों के लगातार घटने से न केवल स्थानीय जलवायु पर असर पड़ रहा है, बल्कि जैव विविधता भी खतरे में है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, इस अवैध कारोबार में कुछ स्थानीय नेताओं का भी संरक्षण होने की आशंका है। कई बार वन विभाग ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में लकड़ियां जब्त की हैं, लेकिन दोषियों पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। उदाहरण के तौर पर, पूर्व में डगा गांव में एक छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में लकड़ियां जब्त की गई थीं। इसके बावजूद आज तक उन मामलों में दोषियों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
राजनीति का संरक्षण और प्रशासन की कमजोरी पर उठ रहे सवाल..
जानकारों का मानना है कि यह अवैध कारोबार राजनीति के संरक्षण में फल-फूल रहा है। कुछ पार्षदों पर आरोप है कि वे सत्ता और प्रशासन को चुनौती देते हुए अवैध तरीके से लकड़ी तस्करी का कारोबार कर रहे हैं। यह स्थिति न केवल वन विभाग की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े करती है, बल्कि प्रशासनिक व्यवस्था की कमजोरियों को भी उजागर करती है।
वृक्षारोपण की नीतियां और अवैध कटाई पर नही लग रहा रोक….
एक तरफ राज्य सरकार वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देने के लिए लाखों रुपए खर्च कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लालची तस्कर और राजनीतिक संरक्षक जंगलों को उजाड़ रहे हैं। यह स्थिति गंभीर चिंता का विषय है। जंगलों के खत्म होने से जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं, जिनका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है । इस गंभीर समस्या से निपटने के लिए सरकार और प्रशासन को तत्काल कदम उठाने होंगे। दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई और जंगलों की सुरक्षा के लिए मजबूत रणनीति तैयार करनी होगी। यदि समय रहते इस मुद्दे पर ध्यान नहीं दिया गया, तो पर्यावरणीय नुकसान को संभाल पाना मुश्किल हो जाएगा जिसे की स्थानीय निवासियों ने शासन और प्रशासन से मांग की है कि जंगलों को बचाने के लिए कठोर कदम उठाए जाएं और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। जब तक जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई नहीं होती, तब तक इस तरह के अवैध धंधे पर लगाम लगाना मुश्किल है।
इन सभी मामलों को लेकर वन विभाग अधिकारी जया त्रिपाठी ने बताई कि लगातार क्षेत्र में भ्रमण चल रहा है और जहां भी ऐसी गतिविधियां पाई जा रही हैं उनके ऊपर कठोर कार्रवाई की जा रही है डगा पार्षद के घर मिले लकड़ीयों पर जब चर्चा की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि यह प्रकरण न्यायालय में चल रहा है..
वंदे भारत लाइव टीवी न्यूज नागपुर
सम्पादक
दिल्ली क्राईम प्रेस, नागपुर
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