दरभंगाबिहार

लू और आग से कैसे बचें? दरभंगा में मिला जवाब

दरभंगा के घनश्यामपुर में वज्रपात, लू और अग्नि सुरक्षा पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित, 125 महिलाओं को किया गया जागरूक।

वज्रपात, लू और अग्नि सुरक्षा पर जीविका दीदियों को मिला विशेष प्रशिक्षण
महादलित बस्ती में जागरूकता कार्यक्रम से फैला सुरक्षा का संदेश

दरभंगा, 29 अप्रैल 2025
जिले के घनश्यामपुर प्रखंड अंतर्गत लगमां और कनकी मुसहरी गांव में मंगलवार को वज्रपात, लू और अग्नि सुरक्षा विषय पर विशेष प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, यूनिसेफ, बिहार इंटर एजेंसी ग्रुप और जीपीएसवीएस के संयुक्त प्रयास से किया गया। प्रशिक्षण में जीविका दीदियों और ग्रामीण महिलाओं को आपदा से बचाव की व्यावहारिक जानकारी दी गई।

कनकी मुसहरी गांव में इस वर्ष वज्रपात से हरिश्चंद्र सदा की मौत हो चुकी है। ऐसे में महादलित बहुल इस इलाके में यह कार्यक्रम और भी अधिक प्रासंगिक हो गया। मौके पर जिला समन्वयक श्याम कुमार सिंह ने कहा,

“जब आसमान में बादल घिरे हों और बिजली चमक रही हो तो घर से बाहर न निकलें। यदि बाहर हैं तो खुले मैदान या एकाकी पेड़ के नीचे खड़ा होना खतरनाक हो सकता है। लोहे की डंडी वाले छाते और ऊंची छड़ें जानलेवा हो सकती हैं।”

उन्होंने खेत, पोखर, तालाब या नदी में रह रहे लोगों को भी फौरन बाहर निकलने और उकड़ूं बैठने जैसे आपात कदम अपनाने की सलाह दी।

कार्यक्रम के दौरान आग लगने की घटनाओं और गैस सिलेंडर के सुरक्षित इस्तेमाल पर भी विस्तार से चर्चा की गई। घरों में आग लगने के संभावित कारणों और उनसे निपटने के उपायों की जानकारी बिंदुवार दी गई।

डीआरआर कैटलिस्ट लक्ष्मी देवी और रविन्द्र प्रसाद के सहयोग से यह कार्यक्रम सफल रहा। कुल 125 महिलाओं और 12 जीविका समूहों की सहभागिता के साथ यह प्रशिक्षण ग्रामीण सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

यह कार्यक्रम ना केवल आपदा प्रबंधन के प्रति जागरूकता फैलाने वाला रहा, बल्कि समाज के वंचित तबके में सुरक्षा की भावना भी पैदा करने में सफल रहा।

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