दरभंगाबिहार

बच्चों को मिली जीवनरक्षक ट्रेनिंग, जानिए कैसे!

दरभंगा में बाल संरक्षण इकाई द्वारा किशोरों को आपदा से बचाव हेतु प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें लू, भूकंप व बाढ़ से निपटने की जानकारी दी गई।

आपदा से निपटने की दिशा में सराहनीय पहल: दरभंगा में किशोरों को दिया गया प्रशिक्षण

दरभंगा, 11 अप्रैल 2025 — आपदा प्रबंधन को लेकर जिला बाल संरक्षण इकाई दरभंगा द्वारा एक महत्वपूर्ण पहल की गई। पर्यवेक्षण गृह और बाल गृह में आवासित किशोरों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें लू, वज्रपात, भूकंप, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाव की जानकारी दी गई।

इस प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन वरीय उप समाहर्ता सह सहायक निदेशक प्रियंका कुमारी ने किया। उन्होंने किशोरों को संबोधित करते हुए कहा, “आपदा के समय जागरूकता और प्रशिक्षण ही सबसे बड़ा हथियार होता है। इससे जीवन को सुरक्षित रखने के साथ-साथ मानसिक रूप से भी हम सशक्त होते हैं।” उन्होंने बाल देखभाल संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा को लेकर उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी और गृहकर्मियों से संवेदनशीलता के साथ कार्य करने की अपील की।

पूर्व बाल कल्याण समिति सदस्य अजीत कुमार मिश्र ने भी प्रशिक्षण में सहभागिता करते हुए बाढ़, सूखा, लू, वज्रपात, ओलावृष्टि और भूकंप जैसी आपदाओं से बचाव के उपायों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बच्चों से संवाद स्थापित करते हुए कहा, “आप लोग यहां जो भी सीखते हैं, वही आपकी नींव बनेगी। एक दिन आप समाज और राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।”

प्रशिक्षण सत्र को योगाचार्य रौशन उपाध्याय और आपदा प्रशिक्षक भूपेंद्र चौधरी ने संचालित किया। दोनों प्रशिक्षकों ने आपदा से बचाव के विभिन्न पहलुओं को उदाहरणों और अभ्यासों के माध्यम से समझाया।

इस अवसर पर बाल संरक्षण पदाधिकारी पंकज कुमार सिन्हा, बाल गृह अधीक्षक दिनेश कुमार, पीओ दीपक कुमार सिंह, बसंत ठाकुर, शिक्षकगण और दोनों गृहों के सभी किशोर उपस्थित थे।

यह प्रशिक्षण शिविर न केवल जानकारीपरक रहा, बल्कि किशोरों में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता भी बढ़ाने वाला साबित हुआ। जिला प्रशासन की यह पहल आपदा से निपटने की दिशा में एक सराहनीय कदम है।

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