
रैयत विस्थापित मोर्चा ने सात सूत्री मांगो को लेकर 30 जून से राजधर साइडिंग बन्द का किया आह्वान।।
संवाददाता/राशीद अंसारी खलारी
खलारी । सीसीएल पिपरवार क्षेत्र के अशोक परियोजना के राजधर साइडिंग के रैयत,विस्थापित, प्रभावित बेरोजगारों को रोजगार एवं संवैधानिक हक अधिकार देने सहित सात सूत्री मांगों को लेकर 30 जून से राजधर साईडिंग बन्द का आह्वान किया है।इसको लेकर मोर्चा के क्षेत्रीय सचिव रामचंद्र उरांव ने स्थानीय सीसीएल प्रबंधन को सात सूत्री मांग पत्र देकर विस्थापित ग्रामीणों की मांगों को पूरा करने की मांग की है।साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर 30 जून से राजधर साइडिंग अनिश्चितकालीन के लिए बंद की घोषणा दी है।मोर्चा की प्रमुख मांगों मे राजधर साईडिग मे सभी तरह के ट्रांसपोर्टिंग व लोडिंग का काम रैयत विस्थापित प्रभावित को देने,सैंपलिंग कार्य मुंशी सुपरवाइजर इत्यादि कार्यों में रैयत विस्थापित प्रभावित परिवार की बहाली करने,राजधर साइडिंग को प्रदूषण मुक्त करने,राजधर रेलवे फाटक से लेकर के सीएचपी/सीपीपी,सीआईएसएफ बैरक के निकट तक सड़क का पक्कीकरण करने, राजधर साइडिंग से विस्थापित हुए रैयतों के लंबित नौकरी,मुआवजा, पुनर्वास,भूखंड के बदले एक मुस्त भुगतान अविलंब करने, एक करोड़ तक की निविदा कार्य विस्थापित बेरोजगारों को देने सहित अन्य मांगे शामिल है।इस संबंध में मोर्चा के क्षेत्रीय सचिव रामचंद्र उरांव ने जानकारी देते हुए बताया कि राजधर साइडिंग की स्थापना 2017 में हुई थी।उस समय सीसीएल ने प्रभावितों,विस्थापितों को रोजगार एवं सारी सुविधा का भरोसा दिलाया था।अब आठ वर्ष बीत जाने के बाद भी सीसीएल इस पर कोई पहल नहीं किया,जिससे सभी विस्थापित प्रभावित अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं,जबकि साइडिंग में ट्रांसपोर्टिंग,लोडिंग से सीसीएल के साथ-साथ प्राइवेट कंपनी भी करोड़ों का मुनाफा अर्जित कर रहा है। उन्होंने इस आंदोलन में सभी बेरोजगार,रैयत,प्रभावित, विस्थापित ग्रामीणों को शामिल होने की अपील की गई है।