
गुरु पूर्णिमा पावन पर्व पर देवबन्द जैन समाज द्वारा श्री दिगंबर जैन पारसनाथ मंदिर सारगवाड़ा के प्रांगण में जैन धर्म के 24 तीर्थंकरो , आचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर जी महाराज व आचार्य श्री 108 अरुण सागर जी महाराज की पूजा अर्चना कर बहुत धूमधाम से मनाया। पूजा अर्चना से पूर्व श्री अंकित कुमार अविरल जैन (सिल्वर पैराडाइज फार्म हाउस/पालकी साड़ी जी) द्वारा आचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर जी महाराज के चित्र का अनावरण , दीप प्रज्वलित श्री महेश कुमार अजय कुमार संजय जैन (बजाज) , गुरु पाद पक्षालन श्री आकाश कुमार अभिषेक कुमार प्रखर जैन (होंडा प्राची मोटर्स) , शास्त्र भेंट श्री रविंद्र कुमार रजत जैन सजल जैन ने किया । आचार्य श्री 108 अरुण सागर जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि जैन समाज में गुरु पूर्णिमा का विशेष महत्व है क्योंकि जैन धर्म में गुरुओं को ‘आचार्य’ या ‘मुनि’ कहा जाता है ,वे आध्यात्मिक मार्गदर्शक होते हैं। इस दिन जैन मंदिरों में विशेष पूजा ,अभिषेक और आरती की जाती है ,गुरुओं के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करने के लिए प्रवचन और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दिन गुरुओं द्वारा दिए गए उपदेशो और शिक्षाओ का पालन करने का संकल्प लिया जाता है और अज्ञानता के अंधकार से ज्ञान के प्रकाश की ओर बढ़ने का संकल्प लिया जाता है। गुरु पूर्णिमा का त्योहार गुरु और शिष्य के बीच शाश्वत बंधन का प्रतीक है यह त्यौहार हमें अपने गुरुओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने और उनके द्वारा दिए गए ज्ञान और मार्गदर्शन का सम्मान करने का अवसर प्रदान करता है।
इस अवसर पर सरसावा जैन समाज, मुजफ्फरनगर जैन समाज, देवबन्द जैन समाज उपस्थित रहा।