
कुशीनगर /कसया, आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, कुशीनगर के तत्वाधान में अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव शैलेन्द्र मणि त्रिपाठी ने कसया के Ignite Coaching Centre पर विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य समाज के कमजोर और वंचित वर्गों को को निःशुल्क और सक्षम कानूनी सेवाएं प्रदान करना है।
श्री सचिव ने बताया कि विधि जागरूकता से विधिक संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, कानून के निर्माण में लोगों की भागीदारी बढ़ती है और कानून के शासन की स्थापना की दिशा में प्रगति होती है। पहले विधिक रूप से साक्षर होने का अर्थ था कानूनी दस्तावेजों, विचारों, कानून आदि को लिख व पढ़ पाने की क्षमता। श्री सचिव द्वारा बताया गया कि न्याय विभाग ने डिजाइनिंग इनोवेटिव साॅल्यूशंस एंड होलिस्टिक अप्रोच स्कीम, विधिक साक्षराता और विधक जागरूकता कार्यक्रम नाम से न्याय तक पहँच पर एक योजना तैयार की है, जिसे अखिल भारतीय स्तर तक बढ़ावा गया है। इसमें एक बहु-हितधारक, प्रगतिशील आैर परिवर्तनकारी दृष्टिकोण की परिकल्पना की गई है। इसमें नवीन विचारों, उपकरणों और सरलीकृत कार्यप्रणाली को एकीकृत किया गया है। यह कमजोर वर्गों को कानूनी अधिकारों, हकदारियों और प्रासंगिक कानूनों तक पहँचने में सक्षम बनाती है। इस विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में सिविल जज (जू०डि०)/न्यायिक मजिस्ट्रेट श्री सर्वेश कुमार पाण्डेय व Ignite Coaching Centre के डायरेक्टर श्री ज्ञानप्रकाश श्रीवास्तव ने भी अपने-अपने विचार प्रकट किये।