क्षमावाणी पर्व राग-द्वेष एवं अहंकार से भरी गठरी को दूर करने का देता है मौका – निलेश जैन
आरा। महाजन टोली नंबर दो स्थित श्री दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में क्षमावाणी महापर्व बुधवार को बड़े ही भक्तिपूर्वक मनाया गया। प्रातः समय में नित्य अभिषेक, पूजन संपन्न हुआ। तत्पश्चात दोपहर समय में परंपरागत रूप से समस्त श्रीजी का विभिन्न रसों से भव्य पंचामृत अभिषेक, पूजन, महामंगल आरती, वृहद शांतिधारा, जन्म समय की आरती, स्वयंभू स्तोत्र, जयमाला, पार्श्वनाथ पूजन, क्षमावाणी पूजन इत्यादि बड़े ही श्रद्धापूर्वक संपन्न हुआ। जिसमें शांतिधारा करने के सौभाग्य ब्र० सुलोचना दीदी को प्राप्त हुआ।
मीडिया प्रभारी निलेश कुमार जैन ने बताया कि क्षमावाणी महापर्व अहंकार को दूरकर क्षमा धारण करने का महापर्व है। जैन धर्म में भाद्रपद शक्ल पंचमी से भाद्रपद शुक्ल चौदस तक 10 दिनों तक आत्म कल्याण के लिए दशलक्षण धर्म मनाया जाता है। पर्युषण पर्व के अंतिम दिन क्षमावाणी महापर्व के रूप में मनाया जाता हैं। क्षमावाणी पर्व राग-द्वेष एवं अहंकार से भरी गठरी को दूर करने का मौका हमें देता है। इस मौके पर सभी साधर्मी जाने-अंजाने में हुई भूल या गलती के लिए एक दूसरे से क्षमा मांगते है। कार्यक्रम की समाप्ति पर साधर्मी वात्सल्य की व्यवस्था मंदिर परिसर में था जिसे सभी भक्तों ने प्रसाद स्वरूप आनंदपूर्वक ग्रहण किए।
कार्यक्रम में अध्यक्ष कमलेश कुमार जैन, उपाध्यक्ष रीना जैन, सचिव डॉ आदित्य बिजय जैन, सह सचिव बिभु जैन, कोषाध्यक्ष धीरेंद्र चंद्र जैन, मीडिया प्रभारी निलेश कुमार जैन, मंदिर संयोजक आकाश जैन, सह संयोजक अजय कुमार जैन, संचालनकर्ता डॉ शशांक जैन, सदस्य डॉ श्वेता जैन, दीपू जैन, अमूल बंसल, पं गुलाब चंद्र जैन, पं अजय जी, सुषमा जैन, उषा जैन, पूर्णिमा जैन, मन्नू जैन, मंजुला जैन, मनीष जैन, रेशु जैन, रत्ना जैन के साथ सैकड़ो की संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।