
श्रीगंगानगर।(राकेश घिंटाला)पूर्व विधायक लिखूँ या फिर पूर्व मंत्री या फिर ये लिखूँ कि इस क्षेत्र के बड़े कद के नेता गुरजंट सिंह बराड़ का शाम को निधन हो गया। श्री बराड़ कई दिनों से अस्वस्थ थे। गुरजंट सिंह बराड़ का अंतिम संस्कार कल सुबह किया जायेगा। श्री बराड़ 1993-1998 की भैरों सिंह शेखावत सरकार मेँ मंत्री थे। तब वे संगरिया विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप मेँ विधानसभा का चुनाव जीते थे। तब पहले उनको उप मंत्री बनाया गया और फिर बाद मेँ राज्य मंत्री। श्री बराड़ अपने पीछे भरा पूरा परिवार और राजनीतिक विरासत छोड़ गये हैं। उनका पोता गुरवीर सिंह बराड़ [ पुत्र बलदेव सिंह बराड़] सादुलशहर से बीजेपी के विधायक हैं। सादुलशहर कभी संगरिया विधानसभा का हिस्सा था। 2008 मेँ सादुलशहर नया विधानसभा क्षेत्र बना था।
विधायक/एम पी बनना तो चुनावी संग्राम मेँ विजयी की बात है, लेकिन नेता बनना ये स्वभाव की बात है; सोच का मसला है; व्यवहार और संस्कार का विचार है। गुरजंट सिंह बराड़ चुनाव जीत कर विधायक बने या ना बने, किन्तु लीडर/अवश्य रहे। उनकी पहचान मुखिया के रूप रही। जितनी उनकी हाइट थी राजनीति और समाज मेँ उससे भी ऊंचा उनका कद रहा। मुस्कुराते हुये ठेठ देशी अंदाज मेँ अपनी बात कहना, सभी का सम्मान करना उनका स्वभाव रहा। किसी भी मंच गुरजंट सिंह बराड़ को नजर अंदाज करना असंभव था।
पंजाब की राजनीति मेँ जाना पहचाना नाम प्रकाश सिंह बादल हो या राजस्थान के दिग्गज नेता भैरों सिंह शेखावत, दोनों से ही गुरजंट सिंह बराड़ के आत्मीय रिश्ते रहे। प्रकाश सिंह बादल तथा भैरों सिंह शेखावत ने भी हमेशा इस रिश्ते को निभाया। गुरजंट सिंह बराड़ ने जो रिश्ते बनाये उनकी सूची बहुत लंबी है। उन्हें अपनों से मिल कर प्रसन्नता होती थी। उनके निधन से इस क्षेत्र ने एक बड़े कद का नेता खो दिया।
सोशल मीडिया पर उनके निधन की खबर लगातार वायरल हो रही है। बड़ी संख्या मेँ नागरिक उनको श्रद्धांजली दे रहे हैं। अनेक उनके साथ अपनी पिक्चर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं’ याद ताजा कर रहे हैं।