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*आपके द्वार समाधान’ की नई लहर: सावनेर में ऐतिहासिक’ ‘छत्रपती शिवाजी महाराज राजस्व समाधान शिविर’**

***मंत्री बावनकुळे और विधायक देशमुख की उपस्थिति में जनता की हर समस्या का तुरंत निपटारा!*


**नागपुर ग्रामीण, सावनेर (प्रतिनिधि):सूर्यकांत तळखंडे

अब सरकारी दफ्तरों की भागदौड़ और लंबी कतारों का झंझट खत्म! सरकार अब सीधे आपके द्वार पर समाधान लेकर पहुंच रही है! इसी संकल्प के साथ नागपुर जिले में प्रशासनिक सुधार की एक शानदार और ऐतिहासिक शुरुआत हुई है। सावनेर के पामकोर्ट लॉन में राजस्व और वन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित ‘छत्रपति शिवाजी महाराज राजस्व समाधान शिविर’ ने नागपुर जिले में नया इतिहास रचा। महाराष्ट्र के दूरदर्शी राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे के हाथों इस भव्य शिविर का उद्घाटन हुआ, जिसने जनता के बीच उत्साह की लहर पैदा कर दी।

‘सरकार आपके द्वार’ की भावना को साकार करने वाला यह शिविर राजस्व और वन विभाग से जुड़ी हर छोटी-बड़ी समस्या का त्वरित समाधान करने का एक अनूठा मंच बना। राज्य सरकार का लक्ष्य स्पष्ट है – प्रशासन को पारदर्शी, तेज और जनता के प्रति पूरी तरह जवाबदेह बनाना। पूरे महाराष्ट्र में ऐसे शिविरों की शृंखला शुरू हो चुकी है, और सावनेर का यह शिविर नागपुर जिले का पहला सुनहरा कदम है।

उद्घाटन के मौके पर अपने जोशपूर्ण भाषण में मंत्री चंद्रशेखर बावनकुळे ने कहा, “यह शिविर केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि जनता और प्रशासन को जोड़ने वाला एक मजबूत सेतु है। हमारी सरकार का संकल्प है कि हर नागरिक को उसका हक बिना किसी परेशानी और देरी के मिले। चाहे वह जमीन के रिकॉर्ड हों, नामांतरण, वन पट्टे, शासकीय योजनाओं के लाभ हों या कोई शिकायत – इन शिविरों में हर समस्या का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। हमारा प्रशासन गांव-गांव, गरीब और जरूरतमंद तक पहुंचेगा। यह पहल न केवल प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाएगी, बल्कि जनता के बीच सरकार के प्रति विश्वास को भी मजबूत करेगी। मैं आप सभी से आग्रह करता हूं कि इस अवसर का लाभ उठाएं और अपनी समस्याओं को हमारे सामने लाएं, ताकि हम तुरंत उनका निपटारा कर सकें।” उनके इस प्रेरक संदेश ने उपस्थित जनसमूह में नया उत्साह भर दिया।

शिविर में सावनेर के विधायक आशीष देशमुख ने भी जनता को संबोधित करते हुए कहा, “यह शिविर सावनेर और नागपुर जिले के लिए एक ऐतिहासिक कदम है। हमारी सरकार और स्थानीय प्रशासन आपके हर दुख-दर्द को समझता है। इस शिविर के माध्यम से हम आपके वर्षों पुराने लंबित मामलों को हल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। चाहे वह जमीन से जुड़ा मुद्दा हो, वन विभाग की अनुमति हो या शासकीय योजनाओं का लाभ – हमारा प्रयास है कि आपको एक ही छत के नीचे सभी समाधान मिलें। सावनेर की जनता के लिए यह एक सुनहरा अवसर है, और मैं आप सभी से अपील करता हूं कि अपनी समस्याएं बेझिझक हमारे सामने लाएं। हम आपके साथ हैं, और आपकी हर समस्या का समाधान हमारी प्राथमिकता है।” उनके इस उत्साहवर्धक भाषण ने नागरिकों में जोश और विश्वास जगाया।

सुबह से ही शिविर में नागरिकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। राजस्व और वन विभाग के अधिकारियों ने दिनभर अथक मेहनत कर लोगों की शिकायतें सुनीं और कई मामलों का तुरंत निपटारा किया। सातबारा में सुधार, जमीन नामांतरण, वन विभाग की अनुमतियां और शासकीय योजनाओं के लाभपत्रों का वितरण जैसे कार्यों ने रफ्तार पकड़ी। सालों से अटके पड़े मामलों का समाधान होने पर नागरिकों के चेहरों पर खुशी और राहत साफ झलक रही थी।

शिविर के सुचारु संचालन में पुलिस विभाग की भूमिका सराहनीय रही। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अनिल मस्के के नेतृत्व में उनकी टीम ने सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। बड़ी संख्या में उपस्थित नागरिकों के बीच अनुशासन बनाए रखने, भीड़ को नियंत्रित करने और सभी के लिए सुरक्षित माहौल प्रदान करने में पुलिस कर्मियों ने दिनभर तत्परता से काम किया। अनिल मस्के ने स्वयं शिविर स्थल का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समन्वय बनाए रखा। उनकी सक्रियता और कुशल प्रबंधन ने शिविर को न केवल व्यवस्थित बनाया, बल्कि नागरिकों को भी सुरक्षित और सहज अनुभव प्रदान किया।

ये शिविर जनता के लिए किसी वरदान से कम नहीं। त्वरित समाधान, समय और पैसे की बचत, पुराने लंबित मामलों का निपटारा और शासकीय योजनाओं के लाभ का तुरंत वितरण जैसे लाभ नागरिकों को मिल रहे हैं। ये शिविर प्रशासन को गांव और गरीबों तक ले जाते हैं, जिससे सरकार के प्रति लोगों का विश्वास मजबूत होता है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में विकास की नई लहर को बल मिलता है। पारदर्शी और जवाबदेह प्रशासन के जरिए ये शिविर जनकल्याण को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।

शिविर की शोभा बढ़ाने के लिए भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य डॉ. राजीव पोटदार, पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष अशोकराव धोटे, पूर्व उपाध्यक्ष मनोहर कुंभारे, तहसीलदार रवींद्र होळी, उपविभागीय अधिकारी संपतराव खलाटे सहित प्रवीण टेकाडे, विजय देशमुख, मीनाताई तायवाडे, दिलीप धोटे, आशीष फुटाणे, सुरेंद्र शेंडे, मंदार मंगले, प्रमोद पिंपळे, दिगंबर सुरतकर, तुषार उमाटे जैसे कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे। अन्य विभागीय अधिकारी भी अपनी टीमों के साथ सक्रिय रहे।

इस शिविर ने नागरिकों को बड़ी राहत दी। सालों पुरानी समस्याएं चुटकियों में सुलझने पर लोगों ने सरकार की इस अनोखी पहल की दिल खोलकर तारीफ की। सावनेर का यह शिविर निस्संदेह नागपुर जिले में प्रशासनिक दक्षता और जनता के प्रति संवेदनशीलता का एक चमकता सितारा बन गया है।

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