
अपनी मां के स्वर्गवास पर गांव रेटा के चौधरी बलदेव ने मृत्यु भोज बंद करने का लिया संकल्प
अलवर के कठूमर विधानसभा क्षेत्र के गांव रेटा में चौधरी बलदेव पत्रकार की माताजी श्रीमती कैलाशी देवी का स्वर्गवास दिनांक 16 दिसंबर 2024 को हो गया और उसके बड़े बेटे बलदेव पत्रकार एवं नाती वनराज अमन ,और सौरभ ने मृत्यु भोज बंद करने के विरुद्ध समाज में एक मिशन चलाया हुआ है और इसी कड़ी में उन्होंने अपनी माताजी श्रीमती कैलाशी देवी के निधन पर इस समाज की कुरीति मृत्यु भोज को बंद करने की शुरुआत का फैसला लिया
चौधरी बलदेव ने बताया कि वो समाज में फैली बुराई जैसे गांव में डीजे पर अश्लील संगीत,और अवैध शराब के ठेके,एवं मृत्यु भोज जैसी कुरीति जिसमें केवल झूठी शान के लिए मनुष्य बर्बाद हो रहा है और इसके अलावा बेचारे गरीब लोगों पर समाज के दबंग लोग दबाव डालकर मृत्यु भोज के लिए बाध्य करते है और बेचारे गरीब लोग कर्ज में दबकर अपनी जमीन ज्यादात बेचने पर मजबूर हो जाते है इस बात को लेकर बलदेव चौधरी के परिवार ने इस पहल को उठाया और मृत्यु भोज बंद करने का निर्णय लिया आप को बता दें ये अच्छी सोच समाज कुछ दबंग और तानाशाह लोगो को अच्छी नहीं लगी क्योंकि मृत्यु भोज बंद होने पर उनका बहुत बड़ा नुकसान होने वाला था अगर लोग मृत्यु भोज बंद कर देते हैं तो कुछ समाज में गरीब लोग उन दबंग लोगों से कर्ज लेना बंद कर देंगे और उनकी गुलामी करना बंद कर देंगे इसके अलावा उनकी झूठी शान का डोल बजना बंद हो जाएगा
चौधरी बलदेव के बताया कि इस बात को लेकर उसके छोटे भाई वीरेंद्र सिंह को उसके विरुद्ध भड़काकर मृत्यु भोज के लिए दबाव दे रहे हैं जिससे आपस में दोनों भाइयों में झगड़े के हालत पैदा हो गए हैं और मां में निधन पर शोकाकुल परिवार इस कारण मानसिक तनाव में है और उसके छोटे भाई का स्वास्थ भी बिगड़ गया है और कुछ दबंग लोग अप्रत्यक्ष रूप से ये कहकर की अगर मृत्यु भोज बंद किया तो लोग आपको समाज से अलग कर देंगे कोई तुमको समाज में सम्मान की दृष्टि से नहीं देखेगा इस प्रकार का भय बनाकर मृत्यु भोज करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं बलदेव चौधरी ने इस मामले में समाज से उचित मार्गदर्शन की मांग करी है उर कहा है कि में नहीं चाहता कि मेरे भाई एवं परिवार में को विवाद की स्थिति बने और और समाज से निवेदन किया है कि प्रेम पूर्वक बिना किसी बहस के मृत्यु भोज बंद करने के इस संकल्प में हमारा साथ देकर समाज की इस कुरीति को मिटाए,