
अंबेडकर नगर अपार आईडी बनाने में शासन से लेकर जिला प्रशासन के निर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। तमाम सख्ती के बाद भी जिले के 32 स्कूलों ने अपार आईडी बनाने में रूचि ही नहीं दिखाई।
इन स्कूलों ने अब तक एक भी आईडी नहीं बनाई है। अब विभाग की ओर से इन विद्यालयों पर कार्रवाई की तैयारी शुरू की गई है।
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री (अपार) आईडी से छात्र-छात्राओं की शैक्षणिक प्रमाणपत्रों को पेपरलेस और सुव्यवस्थित करने के लिए शुरू किया गया था। इसमें डाटा एक जगह एकत्र करने के लिए 12 अंकों का कोड जारी किया जाता है। इससे एक क्लिक पर विद्यार्थियों की सारी जानकारी प्राप्त हो जाती है। इन 32 विद्यालयों को 1457 अपार आईडी बनाने का लक्ष्य दिया गया था।
इनमें साहब दयाल एसएमवी माधोपुर मीरानपुरा, शिशु एसयू एमवी सिंहपुर सहायता प्राप्त होने के बाद भी एक भी आईडी नहीं बना पाए हैं। डीआईओएस गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि इन सभी के खिलाफ कार्रवाई के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है। (संवाद)
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इन निजी विद्यालयों ने नहीं ली रुचि
चौधरी माता प्रसाद मेमोरियल इंटर काॅलेज, डाॅ. शोभाराम स्मारक इंटर कॉलेज अवसानपुर, गयादीन गर्ल्स इंटर कॉलेज लारपुर, ग्यानचंद्र बालिका संस्कृत यूएमवी ताजपुर हजपुरा, निसारुल उल्लूम इंटर कॉलेज गौहन्ना, श्रीनाथ संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सुतेहारपुर, मदरसा मुमताजिया नेशनल ईडी निसवान इस्लामिया इंटर कॉलेज सैदापुर, वीएसएस इडीयू एकाडमी अंबेडकरनगर, अदया प्रसाद स्मारक हायर सेकेंड्री स्कूल मथुरा नगर सिसवान, भीम ज्योति गर्ल्स हायर सेकेंड्री स्कूल स्माइलपुर, डाॅ. एपीजे अब्दुल कलाम हायर सेकेंड्री स्कूल, मां जगवंता खुशहाल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गोइठा, श्री आदर्श संस्कृत माध्यमिक विद्यालय अकबालपुर सलाहपुर मालीपुर, टीएन मिश्रा आदर्श हायर सेकेंड्री स्कूल अकबरपुर, दीप नारायण मिश्रा एसएस हायर सेकेंड्री स्कूल भियांव, जयराम जनता हायर सेकेंड्री स्कूल रामनगर, मदरसा इसानुल उल्लूम इंदईपुर, महर्षि दयानंद सेकेंड्री स्कूल अकबरपुर, आरडी केडी गर्ल्स हाईस्कूल सेकेंड्री स्कूल मूसेपुर कला समेत कई विद्यालय शामिल हैं।
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दो वित्तविहीन विद्यालय में केवल खाता खुला
रजत एचएस इंटर कॉलेज औलियापुर में 373 विद्यार्थियों में से तीन अपार आईडी बनी है। वहीं, ब्लूमिंग चिल्ड्रन इंटर कॉलेज कटेहरी में 169 में से एक विद्यार्थी की अपार बन पाई है। संवाद