उत्तर प्रदेश

वाराणसी: अवैध गांजा तस्करी में शामिल अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, 500 किलो गांजा बरामद

 

वाराणसी: अवैध गांजा तस्करी में शामिल अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार, 500 किलो गांजा बरामद

वाराणसी में पुलिस और NNTF प्रयागराज की संयुक्त टीम ने 2.5 करोड़ रुपये मूल्य का 500 किलो अवैध गांजा बरामद किया, साथ ही दो अंतर्राज्यीय तस्करों को गिरफ्तार कर, उनके पास से मोबाइल और नकदी भी जब्त की।

वाराणसी : थाना लंका और NNTF प्रयागराज की संयुक्त पुलिस टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध गांजा तस्करी में शामिल एक अन्तर्राज्यीय गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस ऑपरेशन में 500 किलो अवैध गांजा, जिसकी अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है, बरामद किया गया। इसके अलावा, अभियुक्तों के कब्जे से 04 मोबाइल फोन और 82,200 रुपये नकद भी जब्त किए गए।

पुलिस महानिदेशक, उत्तर प्रदेश के निर्देशानुसार, मादक पदार्थों की तस्करी रोकने और युवाओं को नशे के जाल से बचाने के लिए चलाए जा रहे अभियान के तहत, पुलिस आयुक्त वाराणसी के मार्गदर्शन में यह ऑपरेशन किया गया। दिनांक 19 फरवरी 2025 की रात्रि में, मुखबिर की सूचना पर थाना लंका और NNTF प्रयागराज की संयुक्त टीम ने डाफी टोल प्लाजा के पास वाहनों की जांच शुरू की। इस दौरान एक संदिग्ध कन्टेनर ट्रक और एक कार को रोककर तलाशी ली गई। तलाशी में कन्टेनर के केबिन में बने स्कीम के तहत प्लास्टिक की 19 बोरियों में 475 किलो गांजा और कार में 01 बोरी में 25 किलो गांजा बरामद किया गया। कुल 500 किलो गांजा बरामद किया गया, जिसकी कीमत लगभग 2.5 करोड़ रुपये आंकी गई है।

पकड़े गए आरोपियों में शेषमणि पटेल उर्फ देवराज पटेल (39 वर्ष), पुत्र स्वर्गीय फुलवारी लाल पटेल, निवासी भसुन्दर मझली, थाना मेजा, प्रयागराज और दूसरा सुभाष चन्द्र मिश्रा उर्फ भगत (59 वर्ष), पुत्र श्री भगवती प्रसाद मिश्रा, निवासी भदेवरा बमैला, सैदाबाद, हंडिया, प्रयागराज शामिल हैं।

शेषमणी पटेल का आपराधिक इतिहास काफी लंबा है। उन पर पहले भी एनडीपीएस एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं। सुभाष चन्द्र मिश्रा पर भी एनडीपीएस एक्ट के तहत पहले मामले दर्ज हैं। अभियुक्तों के पास से 500 किलो अवैध गांजा (कुल 20 बोरियों में), एक कंटेनर ट्रक (नंबर CG04NC7420), एक महिंद्रा XUV 500 कार (नंबर UP70EV8648), 04 मोबाइल फोन और 82,200 ₹ नकद प्राप्त हुए हैं।

पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि वे उड़ीसा से गांजा लाकर इसे भदोही, मिर्जापुर और प्रयागराज जिलों में बेचते थे। उन्होंने यह भी बताया कि वे दो वाहनों में आगे-पीछे गांजा लेकर आ रहे थे ताकि किसी एक वाहन के पकड़े जाने पर दूसरा वाहन सुरक्षित निकल जाए।

इस सफल ऑपरेशन के लिए पुलिस आयुक्त वाराणसी ने संयुक्त टीम के सभी सदस्यों को 25,000 ₹ की पुरस्कार राशि से सम्मानित करने की घोषणा की। टीम में शामिल अधिकारियों और कर्मियों ने इस ऑपरेशन में उत्कृष्ट सहयोग दिया।

अभियुक्तों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है और आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जा रही है। पुलिस का मानना है कि इस गिरफ्तारी से अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश होगा।

पुलिस महानिदेशक ने कहा कि यह सफलता उत्तर प्रदेश पुलिस के नशा मुक्ति अभियान की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने आगे भी ऐसे अभियानों को जारी रखने और युवाओं को नशे के जाल से बचाने के लिए कड़ी कार्रवाई करने का संकल्प दोहराया।

इस घटना ने एक बार फिर अवैध मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस की सक्रियता को रेखांकित किया है।

Back to top button
error: Content is protected !!