
मां के हौसले की जीत : 200 दिन बाद मिला चोरी हुआ नवजात बेटा
वैशाली जिले की गोलू कुमारी ने अपने नवजात बेटे की मौत की खबर पर भरोसा नहीं किया और 200 दिनों की लंबी लड़ाई लड़ी । अस्पताल ने बेटे के जन्म के तुरंत बाद उसकी मौत की बात कहकर महिला को भगा दिया था । लेकिन गोलू को अपने दिल की आवाज पर भरोसा था , और आखिरकार रविवार को उसका बेटा पुलिस को मिल गया । 10 सितंबर 2024 को हाजीपुर के न्यू बुद्ध अपोलो इमरजेंसी हॉस्पिटल में महिला बेटे को जन्म दिया । डॉक्टर ने नवजात को ‘ क्रिटिकल केस ‘ बताकर अस्पताल से बाहर ले बाद उसकी मौत की खबर दी । गोलू को शक था , . लेकिन उसका पति राजेश उसे बार – बार की मौत की बात पर यकीन दिलाने की कोशिश करता रहा । पुलिस जांच में पता चला कि पति ने ही 50 हजार रुपये में बच्चा बेच दिया । इस काम में अस्पताल के डॉक्टर , आशा कार्यकर्ता और दलाल शामिल थे । गोलू ने पुलिस और एनजीओ की मदद से आखिरकार अपने बेटे को वापस पाने की जंग जीती । अब तक 6 की गिरफ्तारी हो चुकी है , लेकिन डॉक्टर और आशा कार्यकर्ता फरार हैं । पुलिस ने बच्चे को बरामद कर लिया है , लेकिन डीएनए जांच के बाद उसे मां को सौंपा जाएगा । यह मामला एक मां के हौसले और संघर्ष की मिसाल है , जिसने अपने बेटे को खोने की बात को नकार दिया और सच सामने लाकर ही दम लिया ।