
गोविंदपुर : आगामी 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के अवसर पर बाल विवाह की संभावनाओं को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है. इसी कड़ी में शुक्रवार को प्रखंड कार्यालय स्थित सभागार में एक अहम बैठक का आयोजन किया गया, जिसकी अध्यक्षता प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार शैलेंद्र ने की. बैठक में बड़ी संख्या में पंचायत प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता एवं स्थानीय अधिकारी व कर्मी मौजूद थे. बीडीओ ने सभी उपस्थित लोगों से अपील की कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएं और यह सुनिश्चित करें कि किसी भी हाल में इस सामाजिक बुराई को बढ़ावा न मिले. बैठक के दौरान बीडीओ कुमार शैलेंद्र ने साफ शब्दों में कहा कि बाल विवाह कानूनन अपराध है और जो भी इसके उल्लंघन का दोषी पाया जाएगा, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. जनप्रतिनिधियों को निर्देशित किया गया कि वे अपने पंचायत क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाएं एवं बाल विवाह की हानियों से अवगत कराएं. विशेषकर अक्षय तृतीया के दिन अधिक सतर्कता बरतने की बात कही गई, क्योंकि यह तिथि पारंपरिक रूप से शुभ मानी जाती है और अक्सर बाल विवाह की घटनाएं इसी दिन ज्यादा होती हैं. बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि सामाजिक संगठनों, महिला समूहों, विद्यालयों और युवाओं की मदद से एक समन्वित प्रयास किया जाएगा ताकि बाल विवाह जैसी कुप्रथा को जड़ से समाप्त किया जा सके. बीडीओ ने कहा कि यह सिर्फ प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों का भविष्य सुरक्षित रखे. इस मौके पर बाल विकास परियोजना अधिकारी सीता कुजूर, जीविका के प्रखंड प्रबंधक निवाश शर्मा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी दिगंबर ठाकुर, मनरेगा के प्रोग्राम ऑफिसर मनोज कुमार सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.