
🧨 “दहेज का दानव निगल गया एक और रिश्ता!”
सहारनपुर में मंडप से टूटा निकाह, बारात लौटी खाली हाथ — दुल्हन की आंखें सूनी रह गईं
📍 स्थान: खाताखेड़ी, मंडी क्षेत्र, सहारनपुर
👰 दुल्हन: मुस्कान
🤵 दूल्हा: जावेद
💥 पूरा घटनाक्रम:
सहारनपुर के खाताखेड़ी निवासी जावेद, अपनी बारात के साथ शान से निकला था — शेरवानी पहने, बैंड-बाजे के साथ।
लड़कियों के घर में खुशी का माहौल था।
रस्में शुरू हो चुकी थीं।
मुस्कान ने सपनों में अपना सुहाग देखा था। लेकिन वो जानती नहीं थी कि सामने बैठा दूल्हा इंसान नहीं, लालच का भूत है।
🛻 गाड़ी नहीं मिली, रिश्ता तोड़ दिया!
जब जावेद ने मंडप में रखी दहेज की बाइक देखी, तो उसकी नजरें तौलने लगीं।
उसके परिवार वालों ने तुरंत स्कॉर्पियो गाड़ी की मांग रख दी।
“बाइक नहीं चलेगी, स्कॉर्पियो चाहिए — तभी निकाह होगा!”
🙇♂️ दुल्हन के पिता ने गिड़गिड़ाकर कहा:
“बेटी की जिंदगी बर्बाद मत करो, बाद में गाड़ी दे देंगे बेटा, रस्म पूरी हो जाने दो…”
लेकिन जावेद और उसके परिवार का लालच किसी सौदेबाज मंडी की तरह बोली लगवा रहा था।
🚫 फैसला: रिश्ता तोड़ो, इज्जत कुचलो!
जब गाड़ी नहीं मिली, तो जावेद बारात लेकर लौट गया।
मुस्कान का मंडप उजड़ गया।
सजे हुए हाथ सूने रह गए।
मेहंदी की महक आंसुओं में घुल गई।
💔 एक लड़की का सपना टूटा — समाज मौन!
क्या निकाह अब स्कॉर्पियो से तय होंगे?
क्या मुस्लिम समाज का युवा इतना गिर चुका है कि बाइक देखकर रिश्ता तोड़ दे?
क्या इस हरकत पर जावेद और उसके परिवार पर FIR दर्ज नहीं होनी चाहिए?
⚖️ कानूनी सवाल:
दहेज निषेध अधिनियम, धारा 498A, और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड — क्या इस पर मौन रहेंगे?
क्या सिर्फ सोशल मीडिया पर शेर बनना काफी है, या समाज को भी खड़ा होना होगा?
🔥 समाज के लिए आईना:
“निकाह का मतलब लेन-देन नहीं, जिंदगी बांटने का समझौता होता है।
लेकिन जब समाज चुप है, तो दूल्हा खुलेआम सौदेबाज बन जाता है।”
📸 वीडियो और स्टोरी कवर कर रहे हैं:
एलिक सिंह
संपादक – वन्दे भारत लाइव टीवी न्यूज़
जिला प्रभारी – भारतीय पत्रकार अधिकार परिषद
📞 मो.: 8217554083