
नई दिल्ली:- ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। २६ नागरिकों की जान लेने वाले घातक पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र करते हुए मोदी ने इस हमले को “आतंकवाद का सबसे बर्बर चेहरा बताया” और घोषणा की कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंक के खिलाफ भारत की लड़ाई में एक नया अध्याय चिह्नित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत किसी भी “परमाणु ब्लैकमेल” को बर्दाश्त नहीं करेगा, और कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन को केवल स्थगित रखा गया है और भविष्य उनके व्यवहार पर निर्भर करेगा। ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद पहली बार बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर अब आतंकवाद के खिलाफ भारत की नई नीति है, एक नई रेखा खींची गई है।”
आइए जानते हैं पीएम मोदी के भाषण की दस बड़ीं बातें..
1. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी तरफ से ऑपरेशन सिंदूर न्यू नॉर्मल है। पाकिस्तान को इसकी आदत डाल लेनी होगी। यह ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है। आतंकवादियों और उनके समर्थकों को उन्हीं की भाषा में जवाब दिया जाएगा।
- प्रधानमंत्री मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को भारत की नारी शक्ति को समर्पित किया। पीएम ने कहा कि पहलगाम में कई महिलाओं और बच्चों ने अपने परिवार के सदस्यों को आतंकवादियों द्वारा बेहद निर्दयतापूर्वक कत्ल होते देखा है।
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को जमकर खरी-खोटी सुनाते हुए बहावलपुर और मुरीदके को आतंक की यूनिवर्सिटी बताया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी आर्मी और सरकार अगर आतंकवाद को खाद-पानी देना बंद नहीं करता है तो एक दिन पाकिस्तान इसी की वजह से खत्म हो जाएगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारी महिलाओं के सिंदूर को मिटाने की कोशिश की। हमने इसका जवाब देते हुए उनके आतंकवाद के विश्वविद्यालयों को ही उखाड़ फेंका।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सैन्य बलों ने करीब 100 से ज्यादा आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया है। पीएम ने कहा कि पाकिस्तान को जैसी भाषा समझ में आती हैं हमारी तरफ से उसको वैसी ही भाषा में जवाब दिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से आए ड्रोन और रॉकेट भारतीय डिफेंस सिस्टम के सामने तिनके की तरह दिखाई दे रहे थे, जबकि भारत की तरफ से की गई कार्रवाई में पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने तमाम कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि सीजफायर की भीख मांगता हुआ पाकिस्तान खुद ही भारत के पास आया था। भारत की कार्रवाइयों का पाकिस्तान के ऊपर इतना भीषण असर हो रहा था कि वह दुनिया भर में शांति करवाने के लिए संपर्क कर रहा था। इसके बाद 10 मई को पाकिस्तान के डीजीएमओ ने अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क किया।
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट तौर पर कहा कि भारत के ऊपर अब परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा। आतंकवादियों और उन्हें संरक्षण देने वालों के बीच में कोई अंतर नहीं है। चाहें वह कोई भी हो या कहीं भी हों।
सिंधु जल संधि को लेकर भी प्रधानमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। आतंकवाद और व्यापार एक साथ नहीं हो सकता। पाकिस्तान को अपने यहां आतंकवाद को संरक्षण देना बंद करना ही होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने साफ तौर पर समझाते हुए कहा कि हम यह मानते हैं कि यह युद्ध का युग नहीं है लेकिन हम यह भी मानते हैं कि यह आतंकवाद का युग भी नहीं है। दरअसल रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पीएम मोदी का यह बयान वैश्विक रूप से चर्चा का केंद्र बना था कि ‘यह युद्ध का युग नहीं है’। पीएम ने इसी बयान पर अपना रुख साफ किया।
22 मिनट के संबोधन में PM मोदी ने पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक को समेटा, पढ़ें पूरा भाषण
मेरे प्यारे देशवासियो, नमस्कार!
बीते दिनों में हम सभी ने अपने देश की ताकत और धैर्य दोनों को देखा है। सबसे पहले मैं भारत की जनता की ओर से भारत की बहादुर ताकतों, सशस्त्र बलों, हमारी खुफिया एजेंसियों, और हमारे वैज्ञानिकों को सलाम करता हूं। हमारे बहादुर सैनिकों ने ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए असीम साहस का प्रदर्शन किया। मैं उनकी बहादुरी, साहस और वीरता को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। मैं यह पराक्रम देश की हर मां, हर बहन और हर बेटी को समर्पित करता हूं।
दोस्तों,
पहलगाम में २२ अप्रैल को आतंकियों ने जो बर्बरता दिखाई थी, उसने पूरे देश और दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। निर्दोष नागरिकों की उनके परिवार और उनके बच्चों के सामने उनके धर्म के आधार पर निर्मम हत्या आतंक और क्रूरता का एक बहुत ही वीभत्स चेहरा था। यह देश के सौहार्द और एकता को तोड़ने का घृणित प्रयास भी था। मेरे लिए व्यक्तिगत रूप से यह बहुत दर्दनाक था। इस आतंकी हमले के बाद पूरा राष्ट्र, हर नागरिक, हर समुदाय, हर वर्ग, हर राजनीतिक दल एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए खड़ा हो गया। हमने भारतीय बलों को आतंकवादियों का सफाया करने की पूरी आजादी दी। और आज हर आतंकवादी, हर आतंकी संगठन हमारी बहनों और बेटियों के सिंदूर को मिटाने का परिणाम जानता है।
दोस्तों,
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक नाम नहीं है बल्कि यह देश के लाखों लोगों की भावनाओं का प्रतिबिंब है। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ न्याय के प्रति हमारी अटूट प्रतिबद्धता है। ६ मई की देर रात और ७ मई की सुबह-सुबह पूरी दुनिया ने इस प्रतिज्ञा को हकीकत में बदलते देखा। भारतीय बलों ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों और उनके प्रशिक्षण केंद्रों पर सटीकता के साथ हमला किया। आतंकियों ने कभी सोचा भी नहीं था कि भारत इतना बड़ा फैसला ले सकता है। लेकिन जब देश एकजुट होता है, राष्ट्र प्रथम की भावना से संपन्न होता है और राष्ट्रहित सर्वोपरि होता है, तब मजबूत निर्णय लिए जाते हैं और परिणाम प्राप्त होते हैं।
जब भारत की मिसाइलों और ड्रोन ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया तो न सिर्फ आतंकी संगठनों की इमारतें बल्कि उनका हौसला भी बुरी तरह हिल गया। बहावलपुर और मुरीदके जैसे आतंकवादी अड्डे वैश्विक आतंकवाद के विश्वविद्यालय हैं। दुनिया के बड़े आतंकी हमले, चाहे ९/११ हों, चाहे लंदन ट्यूब बम विस्फोट हों, या भारत में पिछले कई दशकों में जो बड़े आतंकी हमले हुए हैं, उनकी जड़ें किसी तरह इन आतंकी ठिकानों से जुड़ी हुई हैं। आतंकवादियों ने हमारी बहनों के सिंदूर का सफाया कर दिया था और भारत ने उनके आतंकवादी मुख्यालय को नष्ट करके जवाब दिया। भारत की ओर से किए गए इन हमलों में १०० से ज्यादा खूंखार आतंकी मारे गए हैं। पाकिस्तान में पिछले ढाई से तीन दशक से कई आतंकी नेता खुलेआम घूम रहे थे जो भारत के खिलाफ साजिश करते थे। भारत ने उन्हें एक झटके में मार डाला।
दोस्तों,
भारत की इस हरकत से पाकिस्तान को गहरी निराशा और हताशा हुई। हतप्रभ था और इस हतप्रभता में उसने एक और कायराना हरकत की। आतंकवाद के खिलाफ भारत की हड़ताल का समर्थन करने के बजाय पाकिस्तान ने भारत पर ही हमला करना शुरू कर दिया। पाकिस्तान ने हमारे स्कूलों, कॉलेजों, गुरुद्वारों, मंदिरों और नागरिकों के घरों को निशाना बनाया। पाकिस्तान ने हमारे सैन्य अड्डे को निशाना बनाया। लेकिन इस हरकत में पाकिस्तान खुद बेनकाब हो गया। दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन और मिसाइल भारत के सामने तिनके की तरह गिरे। भारत की मजबूत वायु रक्षा प्रणाली ने उन्हें आकाश में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान ने सीमा पर हमले की तैयारी की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के दिल पर प्रहार किया। भारत के ड्रोन और मिसाइलों ने सटीक हमला किया। उन्होंने पाकिस्तानी वायु सेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिन पर पाकिस्तान को बहुत गर्व था। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुंचाया, जिसकी उसने कभी कल्पना भी नहीं की थी। इसलिए भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद पाकिस्तान भागने के रास्ते तलाशने लगा। पाकिस्तान दुनिया से तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था। और भारी नुकसान झेलने के बाद पाकिस्तान की सेना ने १० मई की दोपहर हमारे डीजीएमओ से संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को बड़े पैमाने पर नष्ट कर चुके थे। आतंकियों का सफाया कर दिया गया। हमने पाकिस्तान के मध्य में स्थापित आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया था। इसलिए जब पाकिस्तान ने अपील करते हुए कहा कि वह आगे किसी भी तरह की आतंकी गतिविधियों या सैन्य दुस्साहस में शामिल नहीं होगा तो भारत ने इस पर विचार किया। और मैं फिर से दोहरा रहा हूं, हमने अभी-अभी पाकिस्तान के आतंक और सैन्य शिविरों के खिलाफ अपनी जवाबी कार्रवाई को निलंबित कर दिया है। आने वाले दिनों में हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे कि पाकिस्तान आगे किस तरह का रवैया अपनाएगा।
दोस्तों,
भारत के तीन बल, हमारी वायु सेना, हमारी सेना और हमारी नौसेना, हमारे सीमा सुरक्षा बल-बीएसएफ, भारत के अर्धसैनिक बल लगातार अलर्ट पर हैं। सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक के बाद अब ऑपरेशन सिंदूर आतंकवाद के खिलाफ भारत की नीति है। ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई में एक नया मानदंड बनाया है और एक नया पैरामीटर और नया सामान्य स्थापित किया है।
पहला, अगर भारत पर आतंकी हमला होता है, तो इसका उचित जवाब दिया जाएगा।
हम अपनी शर्तों पर ही मुंहतोड़ जवाब देंगे। हम हर उस जगह पर कड़ी कार्रवाई करेंगे जहां से आतंकवाद की जड़ें निकलती हैं।
दूसरी बात, भारत किसी भी परमाणु ब्लैकमेल को बर्दाश्त नहीं करेगा। भारत परमाणु ब्लैकमेल की आड़ में विकसित हो रहे आतंकी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमला करेगा।
तीसरा, हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाली सरकार और आतंकवाद के मास्टरमाइंड के बीच अंतर नहीं करेंगे। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने फिर से पाकिस्तान का बदसूरत चेहरा देखा है, जब मारे गए आतंकवादियों को विदाई देने के लिए पाकिस्तानी सेना के शीर्ष अधिकारी आए थे। यह राज्य प्रायोजित आतंकवाद का मजबूत सबूत है हम भारत और हमारे नागरिकों को किसी भी खतरे से बचाने के लिए निर्णायक कदम उठाते रहेंगे।
दोस्तों,
हमने हर बार युद्ध के मैदान में पाकिस्तान को हराया है। और इस बार ऑपरेशन सिंदूर ने एक नया आयाम जोड़ा है। हमने रेगिस्तानों और पहाड़ों में अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया है और नए युग के युद्ध में भी अपनी श्रेष्ठता साबित की है। इस ऑपरेशन के दौरान हमारे मेड इन इंडिया हथियारों की विश्वसनीयता भी साबित हुई। आज दुनिया देख रही है कि २१ वीं सदी के युद्ध में मेड इन इंडिया रक्षा उपकरणों का समय आ गया है।
दोस्तों,
हमारी सबसे बड़ी ताकत सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ हमारी एकता है। यह युद्ध का युग तो कतई नहीं है लेकिन यह आतंकवाद का भी युग नहीं है। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस एक बेहतर दुनिया की गारंटी है।
दोस्तों,
जिस तरह से पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है, वह एक दिन पाकिस्तान को तबाह कर देगी। अगर पाकिस्तान को जीवित रहना है तो उसे अपने आतंकी ढांचे को नष्ट करना होगा। शांति का कोई दूसरा रास्ता नहीं है। भारत का रुख बिल्कुल स्पष्ट है।।। आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते।।। आतंक और व्यापार एक साथ नहीं चल सकते।।।। पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।
आज, मैं वैश्विक समुदाय को यह भी बताना चाहूंगा कि हमारी घोषित नीति यह रही है: यदि पाकिस्तान के साथ बातचीत होती है, तो यह केवल आतंकवाद पर होगी; और अगर पाकिस्तान के साथ बातचीत होती है, तो यह केवल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) पर होगी।
दुनिया ने देखा कि कैसे पाकिस्तान के ड्रोन्स और पाकिस्तान की मिसाइलें, भारत के सामने तिनके की तरह बिखर गईं। भारत के सशक्त एयर डिफेंस सिस्टम ने, उन्हें आसमान में ही नष्ट कर दिया। पाकिस्तान की तैयारी सीमा पर वार की थी, लेकिन भारत ने पाकिस्तान के सीने पर वार कर दिया। भारत के ड्रोन्स, भारत की मिसाइलों ने सटीकता के साथ हमला किया। पाकिस्तानी वायुसेना के उन एयरबेस को नुकसान पहुंचाया, जिस पर पाकिस्तान को बहुत घमंड था। भारत ने पहले तीन दिनों में ही पाकिस्तान को इतना तबाह कर दिया, जिसका उसे अंदाजा भी नहीं था।
इसलिए, भारत की आक्रामक कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान बचने के रास्ते खोजने लगा। पाकिस्तान, दुनिया भर में तनाव कम करने की गुहार लगा रहा था। और बुरी तरह पिटने के बाद इसी मजबूरी में 10 मई की दोपहर को पाकिस्तानी सेना ने हमारे DGMO को संपर्क किया। तब तक हम आतंकवाद के इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़े पैमाने पर तबाह कर चुके थे, आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया गया था, पाकिस्तान के सीने में बसाए गए आतंक के अड्डों को हमने खंडहर बना दिया था, इसलिए, जब पाकिस्तान की तरफ से गुहार लगाई गई, पाकिस्तान की तरफ से जब ये कहा गया, कि उसकी ओर से आगे कोई आतंकी गतिविधि और सैन्य दुस्साहस नहीं दिखाया जाएगा। तो भारत ने भी उस पर विचार किया। और मैं फिर दोहरा रहा हूं, हमने पाकिस्तान के आतंकी और सैन्य ठिकानों पर अपनी जवाबी कार्रवाई को अभी सिर्फ स्थगित किया है। आने वाले दिनों में, हम पाकिस्तान के हर कदम को इस कसौटी पर मापेंगे, कि वो क्या रवैया अपनाता है।
प्रिय देशवासियों,
आज बुद्ध पूर्णिमा है। भगवान बुद्ध ने हमें शांति का रास्ता दिखाया है। शांति का मार्ग भी शक्ति से होकर जाता है। मानवता, शांति और समृद्धि की तरफ बढ़े, हर भारतीय शांति से जी सके, विकसित भारत के सपने को पूरा कर सके, इसके लिए भारत का शक्तिशाली होना बहुत जरूरी है, और आवश्यकता पड़ने पर इस शक्ति का इस्तेमाल भी जरूरी है। और पिछले कुछ दिनों में, भारत ने यही किया है।
मैं एक बार फिर भारत की सेना और सशस्त्र बलों को सैल्यूट करता हूं। हम भारतवासी के हौसले, हर भारतवासी की एकजुटता का शपथ, संकल्प, मैं उसे नमन करता हूं।
बहुत-बहुत धन्यवाद।
भारत माता की जय !!!
भारत माता की जय !!!
भारत माता की जय !!!