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भारत-पाकिस्तान सरहद पर फिर अलर्ट! राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, कश्मीर, गुजरात में कल होगी बड़ी मॉक ड्रिल

भारत के सीमावर्ती इलाकों में एक बार फिर बड़ी हलचल देखने को मिलेगी. गुरुवार शाम को गुजरात, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में एक साथ मॉक ड्रिल की जाएगी.

नई दिल्ली:-भारत के सीमावर्ती इलाकों में एक बार फिर बड़ी हलचल देखने को मिलेगी. गुरुवार शाम को गुजरात, पंजाब,हरियाणा, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर में एक साथ मॉक ड्रिल की जाएगी. इस दौरान सीमा से सटे इलाकों में लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है.ताजा जानकारी के मुताबिक पंजाब में कल मॉक ड्रिल नहीं होगी। पंजाब में 3 जून को शाम 7.30 बजे से मॉक ड्रिल होगी। इसकी जानकारी डायरेक्टर सीविल डिफैंस संजीव कालरा ने दी। पंजाब में पाकिस्तान से सटे 6 जिलों में 3 जून को मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजेंगे। इनमें पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, फिरोजपुर और फाजिल्का शामिल हैं। इमरजेंसी व्यवस्थाओं को भी जांचा जाएगा सिविल डिफेंस ने मॉक ड्रिल की तैयारियां शुरू कर दी है।

मॉक ड्रिल और ब्लैकआउट एक्सरसाइज क्या है...

मॉक ड्रिल यानी एक तरह की “प्रैक्टिस” जिसमें हम यह देखते हैं कि अगर कोई इमरजेंसी (जैसे एयर स्ट्राइक या बम हमला) हो जाए, तो आम लोग और प्रशासन कैसे और कितनी जल्दी रिएक्ट करता है।
ब्लैकआउट एक्सरसाइज का मतलब है कि एक तय समय के लिए पूरे इलाके की लाइटें बंद कर देना। इसका मकसद यह दिखाना होता है कि अगर दुश्मन देश हमला करे, तो इलाके को अंधेरे में कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है। इससे दुश्मन को निशाना साधने में मुश्किल होती है।

इसी महीने के पहले हफ्ते में 7 मई को भारत सरकार ने पूरे देश में मॉक ड्रिल की थी. यह मॉक ड्रिल (Mock Drill) किसी भी युद्ध की स्थिति में लोगों को तैयार रहने के लिए कराई गई थी. बता दें कि इससे पहले वाली रात यानी 6-7 मई की रात को ही भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान (Pakistan) में चल रहे कई आतंकी कैंपों को तबाह किया था. अब एक बार फिर से सरकार 4 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 29 मई को मॉक ड्रिल कराने जा रही है.

सरकार जिन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मॉक ड्रिल कराने जा रही है, वह पाकिस्तान सीमा के राज्य हैं. इनमें गुजरात, राजस्थान, पंजाब और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं. यह मॉक ड्रिल भी पूरे राज्य में नहीं होगी, बल्कि सिर्फ उन इलाकों में कराई जाएगी, जो सीमा से लगे हुए हैं. इससे सीमा पर रहने वाले लोगों को इस बात के लिए तैयार किया जाएगा कि युद्ध जैसे हालात में उन्हें क्या करना चाहिए.

क्या फिर से कुछ बड़ा होगा?
इस बार सरकार की तरफ से सीमावर्ती इलाकों में मॉक ड्रिल की घोषणा के बाद बहुत सारे लोगों के मन में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या फिर से कुछ बड़ा होने वाला है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि पिछली बार जब मॉक ड्रिल हुई थी, तो उससे तुरंत पहले ऑपरेशन सिंदूर हुआ था.

क्या होता है मॉक ड्रिल में?
मॉक ड्रिल के तहत सायरन बजाया जाता है और लोगों को बताया जाता है कि युद्ध के हालात पैदा होने पर उन्हें क्या करना चाहिए. पिछली बार मॉक ड्रिल में ब्लैक आउट भी कराया गया था, जिसके तहत लोगों को अपने घर की सभी लाइटें बंद रखनी थीं. वहीं सायरन बजने पर सभी को अपने घरों में रहना होता है. इसके तहत सरकार इन तमाम इलाकों का जायजा लेगी कि वह युद्ध की स्थिति से निपटने के लिए कितने तैयार हैं.

क्यों हो रही है ये खास मॉक ड्रिल?
केंद्र सरकार ने चार राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात में मॉक ड्रिल करने का आदेश दिया है. ये वही राज्य हैं जिनकी सीमाएं सीधे पाकिस्तान से लगती हैं. भारत और पाकिस्तान के बीच 3,300 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबी सीमा है. जम्मू-कश्मीर से लगी सीमा को नियंत्रण रेखा (LoC) कहते हैं, जबकि पंजाब, राजस्थान और गुजरात से लगी सीमा को अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) कहा जाता है.

यह मॉक ड्रिल ऐसे समय में हो रही है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बना हुआ है. इससे पहले भी, भारत ने 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल का ऐलान किया था, लेकिन 6-7 मई की रात को ही भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर बड़ी सैन्य कार्रवाई कर दी थी.

लोगों को दी जाएगी ये जानकारी

मॉक ड्रिल के दौरान लोगों को युद्ध के दौरान बचने का तरीका सिखाया जाएगा। साथ ही ब्लैकआउट और हमले के दौरान बजने वाले सायरन के बारे में जानकारी दी जाएगी। लोगों को सतर्क रहने की हिदायत दी जाएगी। लोगों को यह भी बताया जाएगा कि अफवाहों से कैसे बचें। दुश्मन देश के प्रोपेगेंडा से कैसे सतर्क रहें।

ऑपरेशन सिंदूर का खौफ और अगली तैयारी
आपको याद होगा, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला किया था, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए थे. इस हमले के बाद पाकिस्तान खौफजदा है और पूरा मुल्क दहशत में है. सूत्रों के मुताबिक, भारत के पास पाकिस्तान के 12 और आतंकी ठिकानों की लिस्ट तैयार है. यानी, पीओके से लेकर पाकिस्तान के अंदर तक आतंक की जड़ों को खत्म करने का ऑपरेशन अभी जारी है.

भारत ने साफ कर दिया है कि आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए पूरी तैयारी है. सीमावर्ती इलाकों में भारत का एयर डिफेंस सिस्टम अलर्ट पर है. पाकिस्तान की बौखलाहट और LoC पर उसकी लगातार गोलीबारी को देखते हुए सेना ने कश्मीर के 10 जिलों में कंट्रोल सेंटर भी बनाए हैं.

ऑपरेशन सिंदूर’ जारी है: आईजी
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के ‘जम्मू फ्रंटियर’ के महानिरीक्षक (आईजी) शशांक आनंद ने मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जारी है और सीमा बल ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अपनी चौकसी में कोई कमी नहीं आने दी है. उन्होंने सीमा रेखा से घुसपैठ की कोशिशों की आशंका जताते हुए कहा कि बीएसएफ ‘हाई अलर्ट’ पर है.

क्या था ‘ऑपरेशन सिंदूर’?
भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए 6-7 मई की रात को ऑपरेशन सिंदूर चलाया था. इस ऑपरेशन में भारतीय थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान और पीओके में बने 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. इनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिद्दीन के ठिकाने शामिल थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया था कि इस ऑपरेशन में 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे.

इस ऑपरेशन से बौखलाकर पाकिस्तान की सेना ने भारत पर ड्रोन से हमला करने की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय सेना ने उसे नाकाम कर दिया था. 7 से 10 मई तक चार दिनों तक चले सैन्य टकराव के बाद, पाकिस्तान के कहने पर 10 मई को सीजफायर हो गया था.

रात 8 बजे ब्लैकआउट

इन राज्यों के निवासियों को युद्ध जैसी स्थिति के दौरान सतर्क रहने का निर्देश दिया जाएगा। अस्पतालों, दमकल केंद्रों और पुलिस स्टेशनों जैसी आवश्यक आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर महत्वपूर्ण क्षेत्रों के पास रात 8 बजे से 15 मिनट का नियंत्रित ब्लैकआउट भी किया जाएगा।

दरअसल हाल के दिनों में सीमा पार से काफी आक्रामकता देखी गई। इससे पहले हुई मॉक ड्रिल में बताया गया था कि कैसे आश्रय लेना है, हवाई हमलों के दौरान खुद को कैसे बचाना है और संकट की स्थिति में दूसरों की सहायता कैसे करनी है। गुरुवार के अभ्यास में भी इसी तरह के प्रोटोकॉल का पालन करने की उम्मीद है।

हरियाणा के सभी जिलों में शाम 5 बजे से मॉक ड्रिल

हरियाणा सरकार भी राज्य की आपातकालीन तैयारियों को बढ़ाने के लिए 29 मई को शाम 5 बजे से सभी 22 जिलों में “ऑपरेशन शील्ड” नामक एक प्रमुख राज्यव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने जा रही है। हरियाणा सरकार ने घोषणा की है कि कल होने वाली मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपातकालीन तंत्र का परीक्षण करना, नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के बीच समन्वय में सुधार करना है।

बता दें कि सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के कुछ ही हफ्तों बाद की जा रहा है। भारत और पाकिस्तान ने अभी फिलहाल सभी सैन्य कार्रवाई और गोलीबारी बंद करने के लिए द्विपक्षीय समझौता किया है।

Vishal Leel

Sr Media person & Digital Creator
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