
बाड़मेर के मुस्लिम घरानों के सबसे कद्दावर नेता अमीन खान व फतेह खान के बीच शनिवार को सुलह हो गई है बता दें विधानसभा चुनाव में शिव विधानसभा क्षेत्र से अमीन खान कांग्रेस के सिंबल से चुनावी मैदान में थे वहीं फतेह खान जो पूर्व में बाड़मेर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष थे उन्होंने कांग्रेस पार्टी से नाराज़ होकर निर्दलीय चुनाव लड़ा लेकिन हुआ यूं कि दो मुस्लिम खड़े होने की वजह से मुसलमानों के वोट बंट गये ओर रविंद्र सिंह भाटी मात्र 3,950 वोटों से जीत गये उसके बाद लगातार एक दुसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी था हाल ही में फतेह खान ने पुनः कांग्रेस पार्टी जॉइन की जिसको लेकर भी अमीन खान काफी नाराज़ थे उनके समर्थकों का कहना था कि फतेह खान की वजह से शिव की सीट कांग्रेस के हाथ से गई है, लोकसभा चुनाव सर पर हैं ओर बाड़मेर जैसलमेर बालोतरा लोकसभा क्षेत्र में त्रिकोणीय मुकाबला है ऐसे में कांग्रेस पार्टी अपनी अंदरूनी नाराजगी खत्म करने में लगी हुई है इसी क्रम में शनिवार को अमीन खान के देताणी निवास स्थान पर कांग्रेस के कद्दावर नेताओं का एक साथ हुजूम देखने को मिला जिनमें पूर्व विधायक हेमाराम चौधरी,पूर्व विधायक रूपाराम मेघवाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष गफूर अहमद, एवं मुस्लिम समाज के मौजिज लोग मौजूद थे आपसी समझाइश से तय हुआ कि मिलकर लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को विजय बनायेंगे इन परिवारों के एक होने से कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में खुशी की लहर छाई हुई है कयास लगाया जा रहा है कि अब कांग्रेस मजबूत स्थिति में रहेगी यहां से कांग्रेस के सिंबल पर उमेदाराम बेनिवाल चुनावी मैदान में हैं जो हालही में आरएलपी से कांग्रेस में आये हैं ओर इस क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में उनके सराहनीय कार्य किये हुए हैं जिनको लेकर भी लोगों का झुकाव इस ओर ज्यादा है उम्मेदाराम बेनिवाल लगातार 2 चुनाव हार चुके हैं जिनकी सहानुभूति मिलने का भी अंदेशा है बीजेपी से केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी व निर्दलीय रविंद्र सिंह भाटी मैदान में हैं तीनों उम्मीदवार अपने अपने क्षेत्र में कद्दावर है अब ऊंट किस ओर करवट लेगा ये भविष्य की गर्भ में हैं









