यूपी विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन सीएम योगी का भाषण चर्चाओं में रहा। इसके साथ ही सदन में आठ विधेयक भी रखे गए। विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में 8 विधेयक और 10 अध्यादेश पटल पर रखे गए। विधानसभा में पारित हाेने के बाद इन्हें मंजूरी के लिए उच्च सदन भेजा जाएगा। वहीं दूसरी ओर विधान परिषद में भी 10 अध्यादेश मंजूरी के लिए पटल पर रखे गए।
पटल पर रखे गए अध्यादेश :
उप्र अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र गोसेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य लोक सेवा आयोग (प्रक्रिया का विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (नौवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (दसवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2024
पटल पर रखे गए विधेयक
उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र जिला योजना समिति (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र श्रम कल्याण निधि (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (पांचवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (छठवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र गोसेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2024
विरोधियों पर बरसे सीएम योगी
Amar Ujala
एप डाउनलोड करें
होम
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
वाराणसी
गोरखपुर
मेरठ
कानपुर
आगरा
नोएडा
प्रयागराज
अलीगढ़
झांसी
बरेली
गाजियाबाद
मुरादाबाद
मथुरा
अमरोहा
अमेठी
अम्बेडकरनगर
आजमगढ़
इटावा
उन्नाव
एटा
औरैया
कन्नौज
कुशीनगर
कौशाम्बी
ग़ाज़ीपुर
बस्ती
गोंडा
बहराइच
लखीमपुर खीरी
घाटमपुर
जालौन
चंदौली
चित्रकूट
पीलीभीत
देवरिया
फतेहपुर
फर्रुखाबाद
फ़िरोज़ाबाद
अयोध्या
बदायूं
बलरामपुर
बलिया
बांदा
बागपत
बाराबंकी
बिजनौर
बुलंदशहर
भदोही
मउ
महराजगंज
महोबा
मिर्ज़ापुर
मुज़्ज़फरनगर
मैनपुरी
रायबरेली
रामपुर
ललितपुर
शामली
शाहजहांपुर
श्रावस्ती
संत कबीरनगर
संभल
सहारनपुर
सिद्धार्थनगर
सीतापुर
सुल्तानपुर
सोनभद्र
हमीरपुर
हरदोई
हाथरस
हापुड़
जौनपुर
IND vs AUS Live Score
Sambhal Violence
Delhi
Farmers Protest
Cyclone Chido
Droupadi Murmu
Kerala
Wisconsin School Shooting
IIT कानपुर की पीएचडी छात्रा से दुष्कर्म केस
Import
यूपी विधानसभा: सदन के पटल पर रखे गए आठ विधेयक और 10 अध्यादेश, इस सत्र में जनता को मिल सकते हैं ये तोहफे
अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ Published by: रोहित मिश्र Updated Mon, 16 Dec 2024 09:38 PM IST
विज्ञापन
सार
UP Assembly: यूपी विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन सीएम योगी का भाषण चर्चाओं में रहा। इसके साथ ही सदन में आठ विधेयक भी रखे गए।
लखनऊ फटाफट: पढ़ें सभी खबरें 60s में
UP Assembly: 8 bills and 10 ordinances laid on the table of the House, the public can get these gifts in this
सत्र के पहले दिन सीएम योगी। – फोटो : अमर उजाला।
Follow Us
विज्ञापन
विस्तार
वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें
विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन सदन में 8 विधेयक और 10 अध्यादेश पटल पर रखे गए। विधानसभा में पारित हाेने के बाद इन्हें मंजूरी के लिए उच्च सदन भेजा जाएगा। वहीं दूसरी ओर विधान परिषद में भी 10 अध्यादेश मंजूरी के लिए पटल पर रखे गए।
Trending Videos
पटल पर रखे गए अध्यादेश :
उप्र अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र गोसेवा आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य लोक सेवा आयोग (प्रक्रिया का विनियमन) (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (नौवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (दसवां संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र राज्य क्रीड़ा विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2024
उप्र माल और सेवा कर (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश 2024
पटल पर रखे गए विधेयक
उप्र माल और सेवा कर (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र जिला योजना समिति (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र श्रम कल्याण निधि (संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (पांचवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (छठवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (सातवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र निजी विश्वविद्यालय (आठवां संशोधन) विधेयक 2024
उप्र गोसेवा आयोग (संशोधन) विधेयक 2024
विरोधियों पर बरसे सीएम योगी
शीतकालीन सत्र के पहले दिन सीएम योगी नेता विपक्ष पर जमकर बरसे। उन्होंने पूछा कि जब मोहर्रम का जुलूस हो या कोई भी मुस्लिम त्योहार का जुलूस वो हिंदू मोहल्ले से, मंदिर के सामने से सुरक्षित निकल जाता है, कोई समस्या नहीं होती। समस्या वहीं पर क्यों खड़ी होती है, जब कोई हिंदू शोभायात्रा किसी मस्जिद के सामने से या मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र से निकलती है। झंडा लगाने में क्या समस्या आ रही है। क्या भारत की धरती पर केसरिया झंडा नहीं लग सकता। पूछना चाहता हूं कि हिंदु मोहल्ले और मंदिर के सामने से मुस्लिम जुलूस निकल सकता है तो मुस्लिम मोहल्ले से कोई शोभायात्रा क्यों नहीं निकल सकती। यहीं पर विवाद शुरू होता है। आप चाहते हैं कि आपके पर्व और त्योहार तो शांति से मनाए जाएं, लेकिन दूसरों के नहीं।
जय श्री राम का नारा हमारी श्रद्धा का नारा है
सीएम योगी ने पूछा कि आखिर ये संविधान में कहां लिखा है कि किसी मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र में हिंदू शोभायात्रा नहीं निकल सकती। जब आप रोकते हैं तो हिंदू पक्ष की ओर से भी रिएक्शन आता है कि हम भी नहीं जाने देंगे। मुझे आश्चर्य होता है इन बातों को लेकर कि मस्जिद के सामने से शोभायात्रा नहीं निकलने देंगे। ये सड़क किसी की अमानत है क्या, ये सार्वजनिक मार्ग है, आप किसी को कैसे रोक सकते हैं। बहराइच में भी परंपरागत जुलूस था और उसी परंपरागत जुलूस को आगे बढ़ाने के लिए सारे कार्यक्रम संपन्न हुए थे। लेकिन यह कहना की उत्तेजक नारे लगाए जा रहे थे। जय श्री राम का नारा उत्तेजक नहीं है, ये हमारी श्रद्धा का नारा है, हमारी आस्था का प्रतीक है। कल आपसे कहूंगा कि अल्ला हो अकबर का स्लोगन हमें अच्छा नहीं लगता तो क्या आपको अच्छा लगेगा। हमारी विरासत तो इतनी लंबी चौड़ी और प्राचीन है कि हम उस परंपरा को लेकर ही चले जाएं और जय श्री राम, हर हर महादेव और राधे राधे के संबोधन से ही पूरा जीवन काट सकता हूं। हमें और किसी संबोधन की आवश्यकता ही नहीं है।
बाबरनामा पढ़ा होता तो ये बहस नहीं होती
सीएम योगी ने कहा कि कोई भजन गाया जा रहा है तो आप उस भजन को अश्लील कैसे कह सकते हैं। कांवड़ यात्रा में क्या अश्लील गाने बजते हैं। वहां भगवान शिव के गाने बजते हैं। दुर्गा पूजा के दौरान जो शोभायात्रा निकलती है उसमें जगत जननी मां दुर्गा की आरती बजती है, दुर्गा चालीसा बजती है, हनुमान चालीसा बजती है,ये हमारे शक्ति और भक्ति के प्रतीक हैं। आपने बाबरनामा पढ़ा होता तो ये बहस करते ही नहीं होती जिसमें स्वयं मीरबाकी के द्वारा हरिहर मंदिर तोड़ने का जिक्र किया गया है। जितने लोग यहां पर हैं, लेकिन वहां पर आपके फोर फादर और फोर फादर की पीढ़ी उसकी भुक्तभोगी रही होगी इसलिए वहां पर आप इस स्थिति में हैं।