
दरभंगा में ठंड से बचाव के लिए व्यापक इंतजाम: अलाव और कंबल वितरण का कार्य जारी
दरभंगा, 03 जनवरी 2025: शीतलहर की बढ़ती तीव्रता से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने विशेष प्रबंध किए हैं। जिलाधिकारी राजीव रौशन के निर्देशानुसार जिला आपदा प्रबंधन विभाग के माध्यम से कई उपाय किए गए हैं, जिसमें गरीबों और जरूरतमंदों को राहत प्रदान करने के उद्देश्य से अलाव और कंबल वितरण शामिल है।
69 स्थानों पर अलाव जलाने की व्यवस्था
शीतलहर के प्रकोप को देखते हुए जिले में कुल 69 स्थलों पर अलाव जलाने की व्यवस्था की गई है। इन स्थलों का चयन संबंधित प्रखंडों और अंचल अधिकारियों के माध्यम से किया गया है।
- दरभंगा प्रखंड: 07 स्थानों पर अलाव जलाए गए।
- बहादुरपुर: 03 स्थान।
- हायाघाट: 08 स्थान।
- हनुमाननगर: 02 स्थान।
- सिंहवाड़ा: 02 स्थान।
- जाले: 05 स्थान।
- केवटी: 06 स्थान।
- मनीगाछी: 06 स्थान।
- तारडीह: 06 स्थान।
- बेनीपुर: 03 स्थान।
- अलीनगर: 03 स्थान।
- बिरौल: 06 स्थान।
- किरतपुर: 01 स्थान।
- घनश्यामपुर: 02 स्थान।
- कुशेश्वरस्थान पूर्वी: 05 स्थान।
इन प्रबंधों के लिए जिला आपदा प्रबंधन विभाग ने अंचल अधिकारियों को कुल 6,24,800 रुपये की राशि उपवंटित की है। बड़े प्रखंडों को 55,000 रुपये और छोटे प्रखंडों को 18,000 रुपये तक की राशि प्रदान की गई है।
अलाव के लिए लकड़ी वितरण
ठंड से बचाव के लिए अलाव जलाने हेतु 3197 किग्रा से अधिक लकड़ी का वितरण किया गया है। इन व्यवस्थाओं का उद्देश्य ठंड के प्रकोप से गरीब और समाज के अंतिम पंक्ति में रहने वाले व्यक्तियों को राहत प्रदान करना है।
818 कम्बलों का वितरण
अलाव की व्यवस्था के अलावा, जिला प्रशासन ने गरीब व्यक्तियों के बीच कंबल वितरण का कार्य भी किया है। अब तक जिले में कुल 818 कंबलों का वितरण किया जा चुका है। यह कार्य तेजी से जारी है ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाई जा सके।
प्रशासन की तत्परता
जिलाधिकारी राजीव रौशन ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ठंड से प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने में कोई कमी न छोड़ी जाए। साथ ही, यह सुनिश्चित करने को कहा गया है कि राहत सामग्री और अलाव की व्यवस्था जरूरतमंदों तक समय पर पहुंचे।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
अलाव और कंबल वितरण की इन व्यवस्थाओं पर स्थानीय निवासियों ने प्रशासन की सराहना की है। बहादुरपुर के निवासी रघुवीर यादव ने कहा, “अलाव की व्यवस्था ने हमें ठंड से काफी राहत दी है। प्रशासन का यह कदम गरीबों के लिए बहुत मददगार साबित हो रहा है।”
आंकड़ों में राहत कार्य
प्रखंड | अलाव स्थलों की संख्या | कंबल वितरण | लकड़ी वितरण (किग्रा) |
---|---|---|---|
दरभंगा | 07 | – | – |
बहादुरपुर | 03 | – | – |
हायाघाट | 08 | – | – |
हनुमाननगर | 02 | – | – |
सिंहवाड़ा | 02 | – | – |
जाले | 05 | – | – |
केवटी | 06 | – | – |
मनीगाछी | 06 | – | – |
तारडीह | 06 | – | – |
बेनीपुर | 03 | – | – |
अलीनगर | 03 | – | – |
बिरौल | 06 | – | – |
किरतपुर | 01 | – | – |
घनश्यामपुर | 02 | – | – |
कुशेश्वरस्थान पूर्वी | 05 | – | – |
आगे की योजनाएँ
जिला प्रशासन ने भविष्य में और अधिक राहत कार्य करने की योजना बनाई है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सभी प्रभावित क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण किया जाए और लोगों को समय पर सहायता प्रदान की जाए।
निष्कर्ष
दरभंगा जिले में शीतलहर से बचाव के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए गए उपाय सराहनीय हैं। अलाव जलाने और कंबल वितरण जैसी व्यवस्थाओं से गरीब और जरूरतमंद लोगों को बड़ी राहत मिली है। प्रशासन की तत्परता और योजनाबद्ध कार्यों से यह सुनिश्चित किया गया है कि ठंड के प्रकोप से किसी भी व्यक्ति को असुविधा न हो।