: ट्रैक्टर-ट्राली से टकराई बोलेरो, एक ही परिवार के चार लोगों की मौत, पांच घायल
: रायबरेली में बड़ा सड़क हादसा हुआ है। बोलेरो और ट्रैक्टर के बीच जोरदार टक्कर हो गई। मौनी अमावस्या स्नान के लिए जा रहे चार श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि दो घायल हो गए।
रायबरेली के भदोखर थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह रायबरेली-प्रयागराज हाईवे पर सरिया लदी ट्रैक्टर-ट्राली से कार (स्कार्पियो) जा टकराई। टक्कर इतनी तेज थी कि कार के परखच्चे उड़ गए। हादसे में कार सवार दो महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग घायल हुए। पुलिस का दावा है कि चार पहिया वाहन की रफ्तार अधिक थी। इससे चालक गाड़ी संभाल नहीं हो पाया और हादसा हो गया। हादसे में घायल एक महिला को एम्स के बाद लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। सभी मृतक एक ही परिवार से हैं।
लखनऊ जिले के बलदेव बिहार तेलीबाग के रहने वाले नौ लोग मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में स्नान करने के लिए प्रयागराज जा रहे थे। हाईवे स्थित दरियापुर चौराहा पर सलोन से रायबरेली की तरफ सरिया लदी ट्रैक्टर-ट्राली आ रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक कार की रफ्तार तेज थी। सामने से आ रहे ट्रैक्टर-ट्राली को देखकर चालक को गाड़ी की रफ्तार धीमी करनी चाहिए थी। तेज रफ्तार होने के कारण ट्रैक्टर-ट्राली से टकरा गई। इससे कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। आसपास के लोगों ने आकर कार सवार लोगों को बाहर निकाला। सूचना पर पुलिस भी मौके पर आ गई।
कार सवार घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां चिकित्सकों ने आशीष द्विवेदी (45), दीपेंद्र रावत (40), माया (45), रजनी (55) को मृत घोषित कर दिया। वहीं, अनुज त्रिपाठी (30), शुभम (25), प्रभा नेगी (55) के अलावा ललिता और शुभम को भर्ती कर लिया गया। घायल प्रभा नेगी की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उन्हें एम्स रेफर कर दिया। एम्स से प्रभा को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। कार मृतक आशीष चला रहे थे। सीओ सदर अमित सिंह ने बताया कि ट्रैक्टर-ट्राली चालक को हिरासत में लेकर घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। चालक सलोन का रहने वाला है। तहरीर मिलने पर केस दर्ज कराया जाएगा। कार की रफ्तार अधिक होने के चलते हादसा होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
पलक झपकते हुआ हादसा, कोई कुछ समझ नहीं पाया
जिस दरियापुर चौराहा पर यह हादसा, वहां पर अक्सर चहल-पहल रहती है। यह हादसा पलक झपते हुआ। वहां पर मौजूद लोग कैसे क्या हुआ, समझ ही नहीं पाए। शोरगुल की आवाज आई तो लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। लोगों को बाहर निकालना शुरू किया। चूंकि घटनास्थल से थाना कुछ ही दूरी पर है। ऐसे में थाना प्रभारी दयानंद तिवारी भी मौके पर आ गए। घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन चार लोगों की जिंदगी को नहीं बचाया जा सका।