
सिद्धार्थनगर। दहेज के लिए बेटी ने ससुरालियों का उत्पीड़न झेला। बाद में दारोगा ने विवेचना के नाम पर पिता से धनउगाही की। आरोपित को नोटिस देने के नाम पर वह फ्लाइट व मुंबई के होटल में घूमते रहे।आरोपित से मिलकर उन्होंने विवेचना लटकायी रखी।
सीओ बस्ती की जांच में दारोगा दोषी मिले हैं। वह अब बस्ती से स्थानांतरित होकर सिद्धार्थनगर जिले में थानेदारी कर रहे हैं। यह मामला अब एसपी सिद्धार्थनगर के संज्ञान में आ गया है। वह अब इस मामले में कार्रवाई की तैयारी में हैं।
बस्ती कोतवाली के रौता चौकी क्षेत्र के सरदार की बेटी की शादी 12 दिसंबर 2022 को महाराष्ट्र में मुंबई के अंधेरी स्पोर्ट्स काम्पलैक्स वीआईपी गेट नंबर तीन के रहने वाले एक व्यक्ति से हुई। सरदार ने बताया कि ससुराल में दहेज को लेकर लगातार उनकी पुत्री का उत्पीड़न होता रहा।
24 मार्च 2023 को वह बेटी को लेकर बस्ती आ गए। बस्ती में उन्होंने तीन अप्रैल 2023 को बेटी के पति गुरप्रीत सिंह समेत अन्य लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया। इसकी विवेचना तत्कालीन रौता चौकी इंचार्ज संतोष सिंह करते रहे। वह विवेचना के नाम पर उन से धन उगाही करते
रहे।आरोपितों को नोटिस तामील कराने के नाम पर उनसे मुंबई के लिए फ्लाइट का टिकट कराया। वहां पर होटल में रुकने के लिए रुपये लिए। वापसी में फ्लाइट का टिकट लिया। सरदार ने बताया कि वह उनसे रुपये लेकर आरोपितों की मदद करते रहे। जो विवेचना को 90 दिन में पूरी होनी चाहिए था, उसे वह एक वर्ष में पूरा नहीं कर सके। बाद में उनका स्थानांतरण सिद्धार्थनगर हो गया।
यहां वह ढेबरुआ के थानाध्यक्ष हैं। उनके स्थानांतरण के बाद तत्कालीन रौता चौकी इंचार्ज रमेश यादव ने माह भर में विवेचना पूरी की और आठ मई 2024 को आरोप पत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर दिया। सरदार की शिकायत पर पुलिस अधीक्षक बस्ती ने सीओ सदर बस्ती से इसकी जांच कराई तो उनकी जांच में दारोगा संतोष सिंह दोषी मिले हैं।
20 नवंबर 2024 सौंपी गई उनकी जांच रिपोर्ट में इसका जिक्र है कि संतोष सिंह सरकारी ड्यूटी से परे जाकर फ्लाइट व होटल में घूमते रहे हैं। एसपी बस्ती ने उनकी जांच रिपोर्ट को एसपी सिद्धार्थनगर के पास भेजी है।
यह मामला संज्ञान में है। जांच रिपोर्ट को देखा जा रहा है। शिकायतकर्ता के बयान का अध्ययन किया जा रहा है। उसके बाद नियमानुसार यथोचित कार्रवाई की जाएगी।
डॉ.अभिषेक महाजन, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थनगर।