
वाराणसी : समाजिक संस्था और आम नागरिकों का पाकिस्तान और तुर्की के खिलाफ फूटा गुस्सा, निकाली प्रतीकात्मक शव यात्रा
वाराणसी,। तुर्की और पाकिस्तान के खिलाफ देश में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रविवार को वाराणसी के लमही क्षेत्र स्थित नेताजी सुभाष मंदिर से विशाल भारत संस्थान के नेतृत्व में तुर्की और पाकिस्तान की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकाली गई। संस्था के पदाधिकारियों और बड़ी संख्या में आम नागरिकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और दोनों देशों के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की।
कार्यक्रम में शामिल मुस्लिम समुदायकार्यक्रम में शामिल मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी तुर्की और पाकिस्तान के विरोध में आवाज बुलंद की। शव यात्रा में अफसर बाबा, अफरोज पांडेय, नौशाद दूबे, शहाबुद्दीन तिवारी, और लियाकत अली प्रमुख रूप से शामिल रहे। अफसर बाबा और शहाबुद्दीन तिवारी प्रतीकात्मक ‘हड़िया’ लेकर शव यात्रा में आगे चल रहे थे, जिसे अंतिम संस्कार का प्रतीक बताया गया।भारत की मदद के बदले दुश्मनी: डॉ. राजीव श्रीगुरुजी
विशाल भारत संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीगुरुजी ने कहा, “तुर्की में भूकंप आने पर भारत ने मानवता के नाते दवा और अनाज भेजा, लेकिन बदले में तुर्की ने पाकिस्तान के साथ मिलकर भारत के खिलाफ ड्रोन हमलों की साजिश रची। यह सरासर विश्वासघात है। ऐसे देश से अब किसी भी प्रकार का संबंध नहीं रखा जाएगा।”नागरिकों ने लिया पूर्ण बहिष्कार का संकल्प
डॉ. नजमा परवीन ने कहा कि पाकिस्तान और तुर्की दोनों आतंकवाद के पोषक हैं और भारत को नुकसान पहुंचाने की नीयत से काम करते हैं। अब भारत के नागरिकों ने स्वतः निर्णय लिया है कि तुर्की और पाकिस्तान से न केवल व्यापारिक बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक संबंध भी पूरी तरह समाप्त किए जाएंगे।