- महाठग शिवा मामले में सेशन कोर्ट ने रद्द की अग्रिम जमानत याचिका
1. लोगो ने पैसों के दम पर प्रार्थी के साथ सांठ गांठ कर अग्रिम जमानत लेने की कोशिश की जताई आशंका ।
2. छत्तीसगढ़ निक्षेपक संरक्षण अधिनियम के तहत अपील विपरीत मानते हुए न्यायालय ने खारिज की जमानत ।
3. आरोपी और प्रार्थी मिलकर बना रहे कानून का मज़ाक ।
4. शिवा मामले ने लिया नया मोड़ ।
5. मुख्य आरोपी शिवा और साथी अब तक फरार
6. पुलिस की नाकामी का फायदा उठा रहा महाठग
7. लोग मामले की हकीकत से पर्दा उठने के इंतजार में ।सरसींवा । रायकोना के महाठग शिवा द्वारा पैसे डबल करने और धोखाधड़ी का मामला अब जगजाहिर हो चुका है । आज पूरे छत्तीसगढ़ प्रदेश में
महाठग शिवा का यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है वही पूरा प्रदेश मामले के पीछे के सत्य से पर्दा उठने के इंतजार में है । समय बीतने के साथ साथ यह हाईप्रोफाइल मामला दिन ब दिन नया मोड़ लेते जा रहा है । जहाँ महाठग शिवा साहू ने पैसों के दम पर बचने हेतु तरह तरह के हथकण्डे अपना रहा वही अग्रिम ज़मानत हेतु अपना पूरा जोर लगा रहा है ।
ज्ञातव्य हो कि यह महाठग अपने साथियों के साथ मिलकर शासन प्रशासन के नाक के नीचे बिना किसी डर भय के बेखौफ गांव-गांव में अपने बनाये एजेंटों के अलावा अपने निजनिवास पर ऑफ़िस खोलकर शेयर मार्केट और क्रिप्टो करेंसी में पैसा इन्वेस्ट कर पैसा डबल करने के नाम पर खुलेआम लाइन लगाकर पूरे क्षेत्र के हजारों लोगों से प्रतिदिन करोड़ो रुपयों का लेनदेन करता था । जहाँ धोखाधड़ी के मामले के पूर्व महाठग शिवा साहू की जिंदगी बड़े विलासिता पूर्ण ढंग से ऐशोआराम के साथ कट रही थी । वह रोज नई गाड़िया,नए प्रॉपर्टी,आभूषण लेने के साथ साथ नई जगह घूमने फिरने और अपने हर महंगे शौख पूरा करता था ,और सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दौलत और विलासिता पूर्ण जीवन का प्रचार करता था । जिसमे कभी वह नई गाड़िया खरीदते हुए दिखाई देता,कभी घर,तो कभी अपने मित्रों और एजेंटो को गाड़िया गिफ्ट करते हुए। पैसे डबल करने के मास्टरमाइंड शिवा के विलासितापूर्ण जीवन मे ग्रहण तब लगा जब शक्ति निवासी सौरभ अग्रवाल एवं उसके साथियों ने शिवा और उसके साथियों द्वारा करोड़ों रूपयों की धोखाधड़ी करने की शिकायत थाना सरसींवा में की और इस मामले ने तूल पकड़ लिया । जहाँ थाना सरसींवा में विधिवत एफआईआर करने पश्चात महाठग शिवा और साथी फरार होने में कामयाब हो गए ।
ज्ञात हो थाना सरसींवा द्वारा उक्त मामले में धारा 406,409,420,34,120B,छत्तीसगढ़ निक्षेपक संरक्षण अधिनियम 2005 की धारा 6,10 के तहत कार्यवाही की गई । जिसके उपरांत फरारी के दौरान गांव के ही युवक पर पिस्तौल तानने और लड़ाई झगड़े की पुनः शिकायत मिलने पर सरसींवा पुलिस ने पुनः शिवा और साथियों पर धारा 294,34,506 का मामला पंजीबद्ध किया । जहाँ अबतक शिवा के कुछ साथियों की गिरफ्तारी ही हो पाई है वही शिवा की कुछ महंगी लग्जरी गाड़ियों को भी सीज किया गया है । जहां पुलिस विभाग ने कुछ दिनों पहले ही शिवा के सबसे करीबी साथी संजय साहू को गिरफ्तार किया है।पुलिस की आरोपियों को पकड़ने में बरती गई ढिलाई वहीं पुलिस विभाग की फरार आरोपियों को पकड़ने में असफलता किसी से छिपी नही है । जहाँ ढिलाई का लाभ पाकर ठगी मामले के मुख्य आरोपी शिवा और साथी अब तक पुलिस गिरफ्त से बाहर फरार चल रहे है और अग्रिम जमानत लेकर बच निकलने के फिराक में है।
ज्ञात हो कि यह हाई प्रोफाइल मामला दिन ब दिन नया मोड़ लेते जा रहा है । जहां एक बार फिर से इस मामले में नया मोड़ आ गया है जहां सिविल कोर्ट से अग्रिम जमानत याचिका खारिज होने पश्चात आज मामला जिला सत्र न्यायालय रायगढ़ पहुंचा और छत्तीसगढ़ निक्षेपक संरक्षण अधिनियम के तहत उक्त मामले में अपील को विपरीत पाते हुए कोर्ट ने शिवा की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी है । जहाँ से महाठग शिवा अब अग्रिम जमानत हेतु हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाने की जुगत में लग गया है । वहीं लोगों द्वारा आशंका जतायी जा रही है कि उक्त मामले के प्रार्थी पक्ष सौरभ अग्रवाल एवं साथियों को मामले में मोटी रकम का लालच देकर समझौता करवा लेने के जुगाड़ में शिवा कामयाब हो चुका है । वहीं अपने होल्ड खातों को खुलवाने की जुगाड़ में भी लगा हुआ है । खैर लोगों की बातें आशंकाएं अपनी जगह है समझौता जैसा विषय प्रार्थी पक्ष के स्वविवेक पर निर्भर व स्वतंत्र है । पर लोगों का कहना है कि यदि ऐसा होता भी है तो ऐसे में प्रार्थी और शिवा कानून का मज़ाक बना रहे और ऐसे में कानून व्यवस्था मजाक बनकर रह जायेगा । वही शिवा साहू पैसों के दम पर कुछ भी कर सकता है जैसा कथन भी सत्य साबित हो जाएगा । लोगों का कहना है कि यदि यह फरार महाठग पकड़ा जाता तो इसके इस पैसे डबल करने के पीछे के कारोबार की हकीकत भी लोगों के सामने होती । और लोगों के मन मे ऐसे ठगी जैसे गलत कृत्य करने से पहले कानून का डर होता । जहाँ अब लोगों की नज़र उच्च न्यायालय पर टिकी हुई है । क्षेत्र के बुद्धिजीवियों का कहना है कि यदि क्षेत्र के इस महाठग को पैसों के दम पर प्रार्थी के साथ सांठगांठ कर अग्रिम जमानत लेने में कामयाबी मिल जाती है तो क्षेत्र के इस नटवरलाल के मन से पुलिस और कानून के प्रति डर समाप्त हो जाएगा ,इसके हौसले और भी बुलंद हो जाएंगे और यह अपना कारोबार फिर से खुलेआम बेखौफ होकर धड़ल्ले से करेगा । वही इस जैसे क्षेत्र में और दर्जनों नटवरलाल पैदा होने से कोई रोक नहीं पायेगा । जहाँ ये फिर से कानून व्यवस्था का माखौल बनाने में भी पीछे नही हटेंगें । लोगों द्वारा तो तरह तरह के कयासों प्रश्नों और आशंकाओं का दौर तो शुरू से चलता रहा है पर क्या इस पैसा डबल करने के मामले के पीछे का रहस्य लोगों के सामने आ पायेगा ? क्या लोगों के आशंकाओं की समाप्ति हो पाएगी? क्या शिवा को अब भी पुलिस पकड़ पाएगी? या फिर पैसे डबल करने के इस खेल को और भी हवा मिल जाएगी? पैसे और कानून के बीच जीत किसकी होती है ? इस जैसे सैकड़ो प्रश्नों का जवाब अब आने वाला वक्त ही बताएगा ।
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