कोरिया – बीते दिवस छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े राष्ट्रीय उद्यान गुरुघासीदास नेशनल पार्क में गुरुघासीदास की जयंती मनाई गई गुरुघासीदास जी सतनाम पंथ जिसे आम बोलचाल में ‘सतनामी समाज’ कहा जाता है, के प्रवर्तक थे। उन्होंने अपने समय की सामाजिक आर्थिक विषमता, शोषण तथा जातिवाद को समाप्त करके मानव-मानव एक समान का संदेश दिया। इनसे समाज के लोग बहुत ही प्रभावित थे। इन्ही के नाम पर संजय नेशनल पार्क का नाम बदलकर गुरुघासीदास रखा गया नेशनल पार्क में इस तरह का यह पहला कार्यक्रम था।
उनकी जयंती पार्क परिक्षेत्र रामगढ़ में टाइगर रिज़र्व कंजरवेटर प्लांट (tcp) प्रशिक्षण के उपरांत कार्यक्रम मनाया गया उक्त कार्यक्रम में वाइल्ड लाइफ सरगुजा के सीएफ कृष्ण राम बढ़ई, नेशनल पार्क के डायरेक्टर सौरभ सिंह, पार्क रेंजर सोनहत महेश टुंडे, रामगढ़ एवं रेहन्द पार्क परिक्षेत्र के रेंजर ललित साय पैकरा, डिप्टी रेंजर वीरेंद्र सिंह, सहित वन विभाग के कर्मचारी मौजूद रहे।