संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा गढ़वा से गढ़वा जिले के नगर ऊंटरी थाना क्षेत्र में 3 दिसंबर को कुख्यात अपराधी सत्य पासवान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना का उद्देश्य स्थानीय व्यवसाइयों में दहशत फैलाकर उनसे रंगदारी वसूलना था।
गढ़वा पुलिस ने इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी नगर ऊंटरी थाना क्षेत्र के बिशनपुर निवासी यासीन खान के पुत्र इकबाल खान और उसके सहयोगी गढ़वा थाना क्षेत्र के झलुवा निवासी शोहदाब खान को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उनके पास से एक 7.65 बोर का देसी पिस्टल, चार जिंदा कारतूस, बिना नंबर प्लेट की पल्सर मोटरसाइकिल और एक मोबाइल फोन बरामद किया है।
हत्या के पीछे की साजिश
गढ़वा पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडे ने पत्रकार वार्ता में बताया कि हत्या से पहले सत्य पासवान, इकबाल खान, सत्य के रिश्तेदार विकास और तौसीब खान ने एक साथ शराब पी थी। इसी दौरान किसी बात पर विवाद हुआ, जिससे इकबाल को यह आशंका हुई कि सत्य पासवान उसकी हत्या कर सकता है। इसी डर के कारण इकबाल ने तौसीब के साथ मिलकर सत्य पासवान की हत्या की योजना बनाई और उसे गोली मार दी।
व्यवसाइयों को बना रहे थे निशाना
हत्या के बाद इकबाल खान ने नगर ऊंटरी के व्यवसाइयों से रंगदारी वसूलने की योजना बनाई। उसने अपने सहयोगी शोहदाब खान के माध्यम से व्यवसाइयों की जानकारी जुटानी शुरू कर दी। शोहदाब ने व्यवसाइयों के मोबाइल नंबर और उनकी दुकानों की तस्वीरें इकबाल को भेजनी शुरू कर दी थीं। इस साजिश का मकसद व्यवसाइयों में डर पैदा करके उनसे बड़ी रकम वसूलना था।
गिरफ्तारी और जांच
पुलिस को जांच के दौरान रंगदारी वसूली की इस योजना का पता चला। नगर ऊंटरी थाना क्षेत्र के चेरवाडिह जंगल से पुलिस ने इकबाल और शोहदाब को गिरफ्तार कर लिया। दोनों अपराधियों के पास से हथियार, बाइक, मोबाइल और अन्य सामग्री बरामद की गई।
गढ़वा पुलिस की इस कार्रवाई से न सिर्फ सत्य पासवान हत्याकांड की गुत्थी सुलझी है, बल्कि व्यवसाइयों से रंगदारी वसूली की साजिश भी विफल हो गई है। इससे स्थानीय व्यापारियों में राहत का माहौल है।