*भ्रष्टाचार का गढ़ बना ग्राम पंचायत सिहारधार*
*ग्रामीण लगा रहे सरपंच,सचिव पर कई गंभीर आरोप*
*धर्मेन्द्र महंत की रिपोर्ट*
लैलूंगा ब्रेकिंग :- प्राप्त जानकारी अनुसार लैलूंगा विकासखंड के ग्राम पंचायत सिहारधार में भ्रष्टाचार के कई गंभीर मामले उजागर हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के कार्यों में पारदर्शिता का अभाव है, और जनता की मूलभूत समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा।
ग्रामीणों द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के मामलों की सूची लंबी:
1. पीडीएस चावल घोटाला: ग्रामीणों को उनके हक का पूरा राशन नहीं मिल रहा। वितरण में हेरफेर के आरोप लगाए जा रहे हैं।
2. डबरीकरण में अनियमितता: तालाब निर्माण और मरम्मत कार्यों में कई काम अधूरे छोड़ दिए गए हैं।
3. मंदिर निर्माण में घोटाला: ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि पूर्व विधायक चक्रधर सिधार द्वारा मंदिर निर्माण के लिए स्वीकृत राशि का भी दुरुपयोग किया गया है। मंदिर का निर्माण अधूरा पड़ा है, और कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा।
ग्रामीणों का आक्रोश और अपील:
गांव के निवासियों का कहना है कि सरपंच और सचिव उनकी शिकायतों को अनसुना कर रहे हैं। उन्होंने कलेक्टर महोदय और प्रशासन से इस मामले की जांच करने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की अपील की है।
जनता की प्रमुख मांगें:
1. पीडीएस चावल घोटाला, डबरीकरण घोटाला, और मंदिर निर्माण घोटाले की विस्तृत जांच हो।
2. दोषियों के खिलाफ उचित व न्यायपूर्ण कार्यवाही की जाए।
3. अधूरे विकास कार्यों को शीघ्र पूरा किया जाए।
ग्रामीणों का सवाल:
“क्यों हमारी समस्याओं को नजरअंदाज किया जा रहा है? क्या प्रशासन केवल बड़े शहरों की समस्याओं को सुनता है?”
*मीडिया के माध्यम से ग्रामीणों ने अपनी आवाज उठाई है और आशा व्यक्त की है कि उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द सुलझाया जाएगा। अब देखना यह है कि प्रशासन इन आरोपों पर कब कार्यवाही करता है*