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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को नया मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) नियुक्त किया गया है। वह मौजूदा CEC राजीव कुमार का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 18 फरवरी 2025 को समाप्त हो रहा है। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भी शामिल थे।
राहुल गांधी ने इस नियुक्ति प्रक्रिया पर असहमति जताई, विशेष रूप से चयन समिति की संरचना पर सवाल उठाते हुए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामले का हवाला देते हुए बैठक को स्थगित करने की मांग की थी।
नए CEC के रूप में नियुक्त किए गए ज्ञानेश कुमार केरल कैडर के 1988 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। उन्होंने संसदीय कार्य मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्य किया है। गृह मंत्रालय में अपने कार्यकाल के दौरान, उन्होंने जम्मू-कश्मीर से संबंधित मामलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, विशेष रूप से 2019 में अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी करने के समय।
इसके अतिरिक्त, हरियाणा के मुख्य सचिव विवेक जोशी को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया है। वह 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और हरियाणा के मुख्य सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं।
यह नियुक्ति मुख्य चुनाव आयुक्त और अन्य चुनाव आयुक्त (नियुक्ति, सेवा की शर्तें और पदावधि) अधिनियम, 2023 के तहत की गई है, जिसे हाल ही में संसद ने पारित किया है। इस अधिनियम के तहत, चयन समिति में प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री द्वारा नामित एक केंद्रीय कैबिनेट मंत्री शामिल होते हैं। इस संरचना पर विपक्ष ने आपत्ति जताई है, विशेष रूप से सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के संदर्भ में जिसमें चयन समिति में भारत के मुख्य न्यायाधीश को शामिल करने की बात कही गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने मुख्य चुनाव आयुक्त और चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के खिलाफ दायर याचिकाओं पर 19 फरवरी 2025 को सुनवाई निर्धारित की है। याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि नई नियुक्तियाँ सुप्रीम कोर्ट के पूर्व आदेशों का उल्लंघन करती हैं।
- नए मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में, ज्ञानेश कुमार का कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक रहेगा, जिसमें आगामी आम चुनावों की घोषणा और संचालन शामिल होगा।