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शिक्षा माफिया डॉ शकील शेख का गुंडाराज..फर्जी कॉलेज खोल कर दी लाखों की लूट

 

जिला ब्युरो गोपाल मारु की रिपोर्ट

दिनेश धामनोदिया नामक फर्जी प्राचार्य ने 1 वर्ष पूर्व छात्रों को पहचानने से भी किया था इनकार_घटना के दौरान उपस्थित थे तहसीलदार एवं पुलिस अधिकारी

धार- नर्सिंग कॉलेज महाघोटाला मालवा अंचल के धार जिले में विराट रूप ले चुका है शिक्षा माफिया पैसे के लालच में छात्रों के भविष्य को बिगाड़ने में तनिक देर नहीं लगाते है जिले के जाने माने शिक्षा माफिया डॉ शकील शेख जो की धार में नर्सिंग कॉलेज फर्जीवाड़ा के नाम पर मशहूर है यूं तो इनकी भाषाशैली से प्रेम रस टपकता है तो वहीं जब इनका इतिहास उठा लिया जाए तो प्रेम के स्थान पर कांटे, शोषित विद्यार्थी, छात्रों के मां बाप की खून पसीने की कमाई फीस, कई चीजों का गमन डा शकील शेख़ ने कर दिया साथ ही वर्ष 2020-21 में नर्सिंग प्रथम वर्ष के कई छात्रों ने धार प्रकाश नगर स्थित कॉलोनी में एस. एस. कॉलेज ऑफ नर्सिंग में प्रवेश लिया था छात्रों को उस समय कोई फीस रसीदें भी प्रदान नहीं की गई थी छात्रों ने 8 माह तक वहां पढ़ाई की उसके बाद कॉलेज संचालक डा शकील शेख ने एस.एस कॉलेज में पढ़ाई कर रहे प्रथम वर्ष के आधा दर्जन छात्रों को धार के सिल्वर हिल्स कॉलोनी में रोशन कॉलेज ऑफ नर्सिंग में भेज दिया था तब छात्रों को पता चला की उन्होंने जिस एस. एस. कॉलेज ऑफ नर्सिंग में एडमिशन लिया था असल में उनका तो वहां एडमिशन ही नहीं था संचालक शकील शेख़ द्वारा झूठ बोलकर गलत फर्जी भवन दिखाकर सभी चीजें फर्जी दिखाकर भोले भाले गरीब छात्रों को फसाकर प्रवेश दिया लेकिन मासूम छात्रों को जब रोशन कॉलेज के एडमिशन का पता चला तब सिल्वर हिल्स कॉलोनी में स्थित रोशन कॉलेज में भी उन्होंने पढ़ाई की किन्तु कुछ समय के बाद डा शकील शेख़ के काले कारनामे सामने आने चालू हुए चुकी जिस रोशन कॉलेज में छात्र शिफ्ट किए गए थे वो तो फर्जी अवैध रूप से मान्यता प्राप्त था जिस वजह से उसे सील कर दिया गया छात्रों को भविष्य खराब होने का भय सताने लगा तो छात्रों ने कॉलेज एवं रोड का घेराव भी किया था नतीजा यह निकला कि मौके पर समझाने आए तहसीलदार और सीएसपी डा शकील शेख़ के समीप वाले एस एस कॉलेज में सभी छात्रों को रोड से उठाकर बातचीत के लिए लेकर गए तो मामले ने अलग ही रुख ले लिया वहां के प्राचार्य ने तो छात्रों को तहसीलदार और सीएसपी के सामने पहचानने से भी इनकार कर दिया स्पष्ट होता है कि फर्जीवाड़ा कितना गहरा है चुकी छात्रों ने हाइकोर्ट के आदेश से प्रथम वर्ष की परीक्षा दे दी है किन्तु कॉलेज फर्जी पाए जाने की स्थिति में आगे की परीक्षा से छात्र अभी भी वंचित है छात्रों ने डॉ शकील शेख पर धोखाधड़ी और भविष्य खराब होने के कई गंभीर आरोप लगाए है जिसकी शिकायत कई बार कलेक्टर, जनसुनवाई, एसडीएम, नौगांव पुलिस थाना, पुलिस अधीक्षक, कई प्रशासनिक अधिकारी के पास शिकायत की है और डॉ शकील शेख पर एफआईआर की मांग की है किन्तु शकील शेख़ के खिलाफ सभी सबूत, गवाह उपलब्ध होने के बाद भी 5 वर्षों से अभी तक शकील शेख का बाल भी बाका नहीं हो पाया है एफआईआर तो बहुत दूर की बात है असहाय छात्र उम्मीद लगाए बैठे है की जल्द से जल्द धोखाधडी करने वाले संचालक पर एफआईआर हो ओर वह जेल जाकर अपने कर्मो की सजा भुगते किन्तु प्रशाशन का ढीला रवैया उम्मीदों पर पानी फेरता नजर आ रहा है अब देखना यह है कि छात्रों की तमाम कोशिशो के बाद संचालक डॉ शकील शेख पर एफआईआर दर्ज होगी या छात्रों की आवाज धीरे धीरे दबा दी जाएगी।

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