
दाह संस्कार से पहले उठकर भाग जाता है मुर्दा
मेवाड़ के भीलवाड़ा मे आज शीतला सप्तमी को दोपहर 3 बजे चित्तौड़वालों की हवेली से मुर्दे की अंतिम यात्रा शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए। ढोल नगाड़े लेकर शोर-शराबा करते हुए अंतिम यात्रा आगे बढ़ी। यात्रा चित्तौड़वालों की हवेली से रेलवे स्टेशन, गोल प्याऊ चौराहा होते हुए भीमगंज इलाके में पहुंची।
मेवाड़ के भीलवाड़ा मे आज शीतला सप्तमी को दोपहर 3 बजे चित्तौड़वालों की हवेली से मुर्दे की अंतिम यात्रा शुरू हुई। इसमें बड़ी संख्या में शहरवासी शामिल हुए। ढोल नगाड़े लेकर शोर-शराबा करते हुए अंतिम यात्रा आगे बढ़ी। यात्रा चित्तौड़वालों की हवेली से रेलवे स्टेशन, गोल प्याऊ चौराहा होते हुए भीमगंज इलाके में पहुंची।
अंतिम यात्रा के दौरान लोग नगाड़े बजाते चले, शोर करते रहे, सीटियां बजाते रहे। मुर्दे पर गोबर-गंदगी और जूते फेंकते रहे। झाड़ू से उसकी पिटाई की और गुलाल फेंकी। इस दौरान हंसी-ठिठोली चलती रही। लोगों ने एक दूसरे को गुलाल लगाया और शीतला सप्तमी की बधाई दी। लोग आनंद के साथ उत्सव में शामिल हुए।
शाम 4 बजे यात्रा बड़ा मंदिर होते हुए बाहला पहुंचेगी। जहां अंतिम संस्कार की रस्म होगी। इस दौरान मुर्दे की एक्टिंग कर रहा युवक अर्थी से उठकर भाग जाता है।
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