
हरियाणा पानीपत 10 अप्रैल
पानीपत पुलिस ने ह्यूमन वेल्फेयर क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड द्वारा निवेशकों से निवेश करने पर मोटे मुनाफे का झांसा देकर ठगी करने मामले में सोसायटी की पानीपत की सभी ब्रांच के हैड एवं मुख्य आरोपियों में एक आरोपी बिजेंद्र निवासी माच्छरौली को गिरफ्तार किया। जिला के विभिन्न थाना में सोयायटी के निदेशकों से लेकर एजेंट तक के खिलाफ धोखाधड़ी करने की 8 एफआईआर दर्ज है। मामलों में अभी यह तीसरी गिरफ्तारी है। पुलिस अधीक्षक श्री लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने बताया कि गत दिनों विभिन्न फरियादियों ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पेश होकर उक्त सोसायटी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें दी थी। उक्त सभी शिकायतों की जांच स्पेशल डिटेक्टिव युनिट पुलिस टीम द्वारा कराई गई थी। जांच पश्चात संबंधित थाना में सोसायटी के अधिकारियों व एजेंटो के खिलाफ 8 अभियोग दर्ज कर जांच व आरोपियों की धरपकड़ की जिम्मेदारी स्पेशल डिटेक्टिव युनिट प्रभारी सब इंस्पेक्टर गुलशन व उनकी टीम को सौंपी गई थी। स्पेशल डिटेक्टिव युनिट पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए सोमवार को सोसायटी की पानीपत की सभी ब्रांच के हैड आरोपी बिजेंद्र निवासी माच्छरौली को गिरफ्तार कर मंगलवार को माननीय न्यायालय में पेश कर जहा से उसे 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर गहनता से पूछताछ की गई। आरोपी से पूछताछ में खुलासा हुआ उक्त सोसायटी के सीएमडी समीर अग्रवाल व अन्य ने वर्ष 2013 में आप्सन वन के नाम से एक कंपनी बनाई थी। कंपनी लोगों से एफडी व आरडी में मोटे मुनाफे का झांसा देकर निवेश कराती थी। जो पानीपत में कंपनी ने पहला ऑफिस संजय चौक पर खोला था। वर्ष 2013 में वह भी कंपनी में एजेंट के रूप में काम करने लगा और उसने काफी लोगों के पैसे निवेश कराए। बाद में कंपनी ने उसे पानीपत का हैड बना दिया। कंपनी के पास हरियाणा में काम करने का लाईसेंस नहीं था। कंपनी कई वर्षो तक बगैर लाईसेंस के चली। वर्ष 2016 में कंपनी के डायरेक्टर ने ह्यूमन वेल्फेयर क्रेडिट एंड थ्रिप्ट कोऑपरेटिव सोसायटी लिमिटेड के नाम से लाईसेंस बनवा लिया। इसमें भी कंपनी को हरियाणा में काम करने का लाईसेंस नहीं मिला।
उन्होंने आप्सन वन कंपनी में लोगों से निवशे कराया सारा पैसा उक्त सोयायटी में ट्रांसफर कर दिया और सोसायटी की पानीपत व समालखा में एक-एक ब्रांच खोल दी। बाद में आरोपी को समालखा ब्रांच का हैड बना दिया गया। जहा उसने अपने नीचे और भी अपने साथियों को जोड़ लिया। इसके बाद पानीपत में नूरवाला बिचपड़ी चौक पर ब्रांच (सुविधा केंद्र) खोलकर परमानंद चर्तुवेदी को ब्रांच हैड बना दिया। बाद में जिला में विभन्न स्थानों पर सुविधा केंद्र खोलकर लोगों से फिक्स डिपोजिट (एफडी), आरडी, सुकन्या समेत अन्य योजनाओं में आरबीआई की गाईड लाइन से ज्यादा रिटर्न देने की बात कहकर निवेश कराया। आरोपी पानीपत की सभी ब्रांच का हैड था। पानीपत की सभी ब्रांच उसकी देखरेख में काम करती थी। शुरूआत में जिन लोगों की मैच्योरिटी पूरी हो जाती थी उनको सुविधा केंद्र पर कैश के रूप में जमा हुई राशि में से भूगतान कर दिया जाता था। सोसायटी की दोनों करंसी चेस्ट में जमा बाकी पैसे आगे भेज देते थे। सोसाइटी ने आरोपी बिजेंद्र व ब्रांच के मैनेजरों को काफी बार विदेश यात्रा भी कराई। पुलिस अधीक्षक श्री लोकेंद्र सिंह आईपीएस ने बताया कि आरोपी बिजेंद्र के बैंक खातों की जानकारी जुटाने पर उनमे 7 लाख रूपए मिले। आरोपी ने धोखाधड़ी कर अर्जित किये काफी पैसे इन्वेस्ट कर दिये। पुलिस द्वारा आरोपी के खाते में बची उक्त राशि फ्रिज करा वीरवार को रिमांड अवधी पूरी होने पर आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश किया जहा से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेज दिया गया।
यह मामला इशाक निवासी देव नगर एन एन कांप्लेक्स ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि लवली खन्ना निवासी किला व परमानंद निवासी शिव नगर कृष्णपुरा ने उससे कहा वह ह्यूमन वेलफेयर सोसायटी में काम करते है। उन्होंने बिचपड़ी चौक पर ऑफिस बनाया हुआ है। वह प्रतिदिन लोगों से पैसे लेकर साल के अंत में मोटा ब्याज देते है। जो उनके काफी मैंबर बने हुए है। उसने विश्वास कर 1 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से देने शुरू कर दिए। एक साल में उसने कुल 3 लाख 86 हजार 998 रुपए निवेश किये। उसने साल पूरा होने पर पैसे वापिस देने के लिए कहा तो लवली व परमानंद बहाना बनाकर एक दो दिन बाद आने की बात कहकर उसे टालते रहें। बाद में आरोपियों ने पैसे लौटाने से मना कर दिया और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया। शिकायत मिलने पर जांच उपरांत दिसंबर 2024 में थाना तहसील कैंप में अभियोग दर्ज कर किया गया था। पुलिस ने गत दिनों सुविधा केंद्र संचालक आरोपी परमानंद को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से कंप्यूटर व धोखाधड़ी कर अर्जित किये पैसों से खरीदी स्कार्पियों गाड़ी बरामद कर पूछताछ के बाद आरोपी को माननीय न्यायालय में पेश कर जेल भेजने के बाद अन्य आरोपियों की धरपकड़ के प्रयास शुरू कर दिए थे। थाना समालखा में दर्ज मामले में आरोपी सुशील धीमान निवासी माडल टाउन समालखा को गत दिनों गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। सोसायटी के खिलाफ मिली अन्य शिकायत पर अधिकारियों व एजेंट के खिलाफ 7 अन्य मामले थाना चांदनी बाग, थाना समालखा, थाना सनौली, थाना इसराना, थाना औदयोगिक सेक्टर 29, थाना सदर व थाना मतलौडा में दर्ज कर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई गई थी। मिली शिकायतों के अनुसार लोगों को फिक्स डिपोजिट (एफडी), रिकरिंग डिपाजिट (आरडी) समेत विभिन्न योजनाओं के नाम से सोसायटी में पैसा लगाने पर मोटे रिटर्न का झांसा दिया जाता था। आरडी व एफडी का समय पूरा होने के बाद भी निवेशकों के पैसे नहीं लौटाए। अब सभी कार्यालय बंद है।
Discover more from Vande Bharat Live Tv News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.