
अजीत मिश्रा (खोजी)
।। लखनऊ में मोहर्रम से पहले सनसनी! थाने के पास अवैध हथियार फैक्ट्री पकड़ी गई, हकीम सलाउद्दीन गिरफ्तार | POK से कनेक्शन, कश्मीर तक सप्लाई, ATS व खुफिया एजेंसियों की एंट्री।।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में मोहर्रम जैसे संवेदनशील पर्व से ठीक पहले एक बेहद सनसनीखेज मामला सामने आया है। मलिहाबाद थाना क्षेत्र में स्थित एक हकीम के घर से अवैध हथियारों की बड़ी फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ है, जो थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर चल रही थी। आरोपी हकीम सलाउद्दीन उर्फ लाला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 5 घंटे तक चली छापेमारी में पुलिस को घर से देसी पिस्टल, तमंचे, रायफल, सैकड़ों कारतूस, असलहा बनाने की मशीनें, हिरण की प्रतिबंधित खाल, आरी, फरसे, एयरगन सहित भारी मात्रा में आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
पुलिस के अनुसार सलाउद्दीन वर्षों से कंट्री मेड पिस्टल और अन्य हथियार बना रहा था और इन्हें 15 से 40 हजार रुपये तक में देशभर में बेचता था। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह कश्मीर, बिहार, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों में असलहों की सप्लाई कर चुका है। यही नहीं, उसके मोबाइल और कॉल डिटेल्स खंगालने पर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और पाकिस्तान के संदिग्ध नंबरों से बातचीत के पुख्ता साक्ष्य भी मिले हैं। इससे मामला और गंभीर हो गया है, क्योंकि ऐसे समय में जब मोहर्रम को लेकर प्रशासन हाई अलर्ट पर है, तब राजधानी में थाने के पीछे हथियार फैक्ट्री का पकड़ा जाना न केवल सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है बल्कि किसी बड़ी आतंकी साजिश की ओर इशारा करता है।
पुलिस की पूछताछ में यह भी सामने आया है कि सलाउद्दीन का एक दामाद नार्वे में है, और उसकी बेटी लखनऊ की इंटीग्रल यूनिवर्सिटी में पढ़ती है। वह कुछ महीने पहले ही कश्मीर गया था। ऐसे में पुलिस उसके पाकिस्तानी रिश्तेदारों और कश्मीर यात्रा की पड़ताल भी कर रही है। खुफिया एजेंसियां और एटीएस की टीमें भी अब इस केस में सक्रिय हो गई हैं और आरोपी से गहराई से पूछताछ कर रही हैं। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी के लैपटॉप और मोबाइल फोन से असलहा नेटवर्क और संभावित आतंकी साजिश का पूरा नक्शा सामने आ सकता है।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे रिमांड पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके साथ ही वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत भी केस दर्ज किया गया है, क्योंकि आरोपी के पास से प्रतिबंधित हिरण की खाल भी बरामद हुई है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है, और सवाल खड़े हो गए हैं कि जब थाने के पीछे इस तरह की खतरनाक गतिविधि हो सकती है, तो प्रदेश के अन्य इलाकों की क्या स्थिति होगी। मोहर्रम से पहले हथियारों के इतने बड़े जखीरे का मिलना न केवल प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी बेहद चिंताजनक संदेश है।