
“बीबीएन की आवाज” आरजे किरण सिंह छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय प्रतिभा सम्मान से हुईं सम्मानित
**न्यायधानी बिलासपुर में टीजीबी मीडिया समूह के कार्यक्रम में मिला ‘छत्तीसगढ संगीत प्रसार सेवा सम्मान*
सक्ती ।। टीजीबी मीडिया समूह द्वारा न्यायधानी बिलासपुर में रविवार,29 जून को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस गरिमामय मंच से सक्ती जिले के अड़भार नगर पंचायत निवासी सुप्रसिद्ध आरजे किरण सिंह को छत्तीसगढ़ संगीत प्रसार सेवा सम्मान 2025 प्रदान किया गया। यह सम्मान उन्हें केन्द्रीय राज्यमंत्री भारत सरकार तोखन साहू, महापौर नगर निगम बिलासपुर श्रीमती पूजा विधानी, समाजसेवी प्रवीण झा, टीजीबी मीडिया के डायरेक्टर पुष्पा साहू, समाजसेवी व फिल्म निर्माता डॉ जेठू साहू तथा मीडिया प्रभारी अमित कुमार सहित सम्माननीय अतिथियों की मौजूदगी में प्रदान किया गया। सम्मान प्राप्त करने के पश्चात मीडिया से बातचीत करते हुए आरजे किरण सिंह ने इस सम्मान के लिए टीजीबी मीडिया के प्रति आभार प्रकट करते हुए यह सम्मान दुनिया भर में फैले अपने लाखों प्रशंसकों के नाम समर्पित किया जिन्होंने उनके द्वारा प्रस्तुत बीबीएन भूले बिसरे नग्में लाईव प्रोग्राम को पसंद करते हुए दिलोजान से सुना व सराहा है। विदित हो कि
किरण सिंह पेशे से एक शिक्षिका भी हैं, जो वर्तमान में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, बंदोरा (मालखरौदा) में अंग्रेजी व्याख्याता के रूप में कार्यरत हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने के साथ-साथ किरण सिंह ने रेडियो प्रसारण और संगीत के क्षेत्र में भी अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है। गौरतलब हो कि किरण सिंह फेसबुक मंच पर “बीबीएन भूले बिसरे नग्में” नामक लाइव प्रोग्राम की प्रस्तुति देती हैं, जिसे हर मंगलवार और गुरुवार की रात 8 बजे देश-विदेश के हजारों संगीत प्रेमी सुनते हैं। इस कार्यक्रम की खास बात यह है कि स्क्रिप्ट लेखन, गीतों का चयन और संचालन — सभी कार्य वे स्वयं करती हैं। इस कार्यक्रम में बीबीएन की एडमिन टीम का तकनीकी सहयोग भी उन्हें मिलता है। यह कार्यक्रम पुराने हिंदी फिल्मी गीतों को समर्पित होता है और इसे भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन, साउथ अफ्रीका, नेपाल और पाकिस्तान जैसे देशों के श्रोता भी बड़े चाव से सुनते हैं। बीबीएन के श्रोता उन्हें प्यार से “बीबीएन की आवाज” और “सुरीली धड़कन” के नाम से पुकारते हैं।
रेडियो को ग्रामीण अंचल में पुनर्जीवित करने प्रयासरत आरजे किरण सिंह
किरण सिंह न केवल कार्यक्रम प्रस्तुत करती हैं, बल्कि समाजसेवी भूमिका भी निभाती हैं। वे गांवों में महिला संगठनों को रेडियो भेंट कर रेडियो की संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही हैं। रेडियो दिवस और विश्व रेडियो श्रोता दिवस जैसे आयोजनों में भी वे सक्रिय भागीदारी निभाती हैं। उनका यह सफर कोरोना काल में शुरू हुआ था। आरजे किरण सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया थम सी गई थी, उसी समय सोशल मीडिया के माध्यम से किरण सिंह का संपर्क बीबीएन कार्यक्रम के संस्थापक दिल्ली निवासी रविंद्र सिंह छाबड़ा से हुआ। उन्होंने ही किरण सिंह को इस लाइव प्रोग्राम को होस्ट करने का अवसर दिया, जिसे उन्होंने पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाया। किरण सिंह को पहले भी कई मंचों पर सम्मानित किया जा चुका है। उन्होंने कभी भी इस कार्य के लिए कोई आर्थिक लाभ नहीं लिया है। उनका कहना है कि यह कार्य उनके लिए एक शौक और समर्पण का विषय है, और श्रोताओं के असीम स्नेह को उन्होंने अपने लिए सबसे बड़ा पुरस्कार बताया है। उनके इस विशिष्ट उपलब्धि के लिए परिजनों सहित सामाजिक प्रबुद्धजनों सहित उनके प्रशंसकों ने बधाई संदेश भी मिलने लगे हैं ….