
रुपौली (पूर्णिया), बिहार:
रविवार को रुपौली प्रखंड में शिक्षा को लेकर एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब हजारों की संख्या में छात्र, अभिभावक, सामाजिक कार्यकर्ता, किसान, नौजवान और बुद्धिजीवी वर्ग डिग्री कॉलेज की मांग को लेकर एकजुट हुए। इस विशाल जनसभा में लोगों ने एक स्वर में कहा — “अब और नहीं इंतज़ार, चाहिए हमें अधिकार।”
जनसभा का आयोजन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों की ओर से किया गया था, जो वर्षों से इस क्षेत्र में उच्च शिक्षा संस्थान की कमी को लेकर आवाज उठा रहे हैं। वक्ताओं ने मंच से खुलकर कहा कि रुपौली जैसे बड़े और जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्र में अब तक एक भी सरकारी डिग्री कॉलेज न होना सरकार की उदासीनता को दर्शाता है।
🔹 जनसभा में उठी मजबूत आवाज़ें
जनसभा को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा सिर्फ व्यक्तिगत विकास का साधन नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव की बुनियाद है। यहाँ के हजारों छात्र-छात्राएं हर साल उच्च शिक्षा के लिए दूसरे शहरों का रुख करने को मजबूर होते हैं, जो आर्थिक और सामाजिक रूप से सभी के लिए संभव नहीं होता।