
झारखंड राज्य आजीविका प्रोत्साहन सोसायटी (JSLPS) द्वारा संथाल परगना क्षेत्र में इमर्शन साइट विकास के लिए दो दिवसीय क्षेत्रीय कार्यशाला का शुभारंभ आज दुमका में हुआ। इस कार्यशाला का उद्देश्य मॉडल सीएलएफ (MCLF) विकसित करना और महिला स्वयं सहायता समूहों के सशक्तिकरण को नई दिशा देना है। कार्यक्रम का उद्घाटन जिला परियोजना प्रबंधक (डीपीएम) दुमका निशांत एक्का और डीपीएम गोड्डा सोमेश चंद्र ने किया। इस अवसर पर देवघर, जामताड़ा, साहिबगंज, पाकुड़ और गोड्डा के प्रतिभागियों के साथ-साथ दुमका जिले के सीएलएफ बीओडी सदस्य, डीएम-एसएमआईबी, बीपीएम और सीएलएफ मैनेजर भी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को मॉडल सीएलएफ निर्माण की रणनीति, इमर्शन साइट की अवधारणा, योजना एवं क्रियान्वयन प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके साथ ही प्रबंधन क्षमता बढ़ाने, वित्तीय अनुशासन और महिला समूहों के सतत सशक्तिकरण पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण का संचालन क्षेत्रीय परियोजना प्रबंधक (आरपीएम) श्रीमती रूमां चटर्जी और श्री महेंद्र कुमार (प्रदान संस्था) द्वारा किया जा रहा है।
उद्घाटन अवसर पर डीपीएम दुमका निशांत एक्का ने कहा कि इमर्शन साइट विकास संथाल परगना क्षेत्र में महिला समूहों को मजबूत करने और सतत आजीविका के अवसर बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा। वहीं डीपीएम गोड्डा श्री सोमेश चंद्र ने कहा कि इस पहल से न केवल महिला समूहों की क्षमता में वृद्धि होगी, बल्कि क्षेत्रीय आजीविका मॉडल को राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान मिलेगी।