
मोक्षदायिनी गंगा एक बार फिर अपना रौद्र रूप दिखाने लगी है। गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और लाल निशान के करीब पहुंच गया है। तटवर्ती गांवों के लोग खौफ में हैं, जबकि प्रशासन बाढ़ से निपटने की तैयारियों में जुट गया है।
विस्तृत समाचार:
गाजीपुर। गंगा नदी का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है। मंगलवार शाम 4 बजे तक जलस्तर 62.150 मीटर तक पहुंच गया था और यह छह सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। वर्तमान स्थिति को देखते हुए गंगा का पानी लाल बिंदु को छूने के करीब है, जिससे गंगा तटवर्ती गांवों के लोगों में भय का माहौल है।
कुछ दिन पहले ही गंगा का पानी खतरे के बिंदु को पार कर नया रिकॉर्ड बना चुका था, जिससे हजारों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हुई थीं। किसान अभी पिछली बाढ़ के नुकसान से उबर भी नहीं पाए थे कि अब दूसरी बार गंगा का जलस्तर बढ़ने लगा है।
ग्रामवासी सतर्क हो गए हैं और कई इलाकों में लोग ऊंचे स्थानों की ओर पलायन की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को अलर्ट कर दिया है। बाढ़ चौकियों को सक्रिय किया गया है, नावों की व्यवस्था की जा रही है और तटबंधों की निगरानी तेज कर दी गई है।
जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण आने वाले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण बताए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जलस्तर इसी गति से बढ़ता रहा, तो हालात और गंभीर हो सकते हैं।
मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
✅ गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है – वर्तमान में पानी छह सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है।
✅ खतरे का संकेत – गंगा का जलस्तर 62.150 मीटर पर पहुंच चुका है और लाल बिंदु छूने के करीब है।
✅ पिछले बाढ़ का दर्द अभी ताजा – हाल ही में आई बाढ़ में फसलों को नुकसान हुआ था और ग्रामीण पूरी तरह उबर नहीं पाए थे।
✅ ग्रामीणों में भय का माहौल – तटवर्ती गांवों के लोग दहशत में हैं।
✅ प्रशासन अलर्ट पर – बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन तैयारियों में जुटा है।