
संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा गढ़वा श्री बंशीधर नगर : सरकार किसानों की आय दोगुनी करने का लाख दंभ भरे। लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। किसानों को समय पर खाद और बीज नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनकी खेती एवं आर्थिक स्थिति दोनों पर सीधा असर पड़ रहा है।
इन दिनों यूरिया खाद को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। यूरिया खाद के लिये किसान मजबूर होकर रोज डीलरों के यहां एवं सड़क पर चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें मायूसी ही हाथ लग रही है। दूसरी ओर किसानों की समस्याओं को लेकर सत्ता पक्ष एवं विपक्ष के नेताओं की बोलती बंद है। किसान के मुद्दे पर बोलने में सब के हलक सूख रहे हैं। सभी महकमें के लोग इसे हल्के में ले रहे हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ज्ञान देकर कोरम पूरा कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि अनुमंडल प्रशासन की ओर से किसानों के बीच खाद वितरण सुगम करने के लिये सभी लाईसेंसी खाद दुकानों पर कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। किंतु प्रतिनियुक्त कर्मियों की उदासीनता के कारण खाद वितरण नहीं हो पा रहा है। खूब हंगामा हो रहा है। भूखे प्यासे किसान बिना खाद लिये खाली हाथ वापस लौट जा रहे हैं।
सोमवार को भी यही स्थिति रही। घंटों इंतजार के बाद भी जब किसानों को यूरिया खाद नहीं मिला, तो सड़क पर उनका गुस्सा फूट पड़ा। बड़ी संख्या में किसान गर्ल्स हाईस्कूल के समीप एनएच-75 जामकर प्रदर्शन करने लगे। सड़क जाम होने के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। जिससे आम लोगों को भी आवागमन करने में भारी परेशानी उठानी पड़ी।
सड़क जाम होने की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने किसानों को समझा-बुझाकर सड़क खाली कराया, तब जाकर वाहनों का परिचालन शुरू हुआ। प्रदर्शन कर रहे किसानों का कहना था कि उन्हें हमेशा अनदेखा किया जाता है। सरकार दावे तो बड़े-बड़े करती है, लेकिन किसानों तक कोई भी लाभ नहीं पहुंच रहा है। समय से और निर्धारित मूल्य पर खाद बीज नहीं मिलता है। किसानों ने कहा कि वे लोग आज भोर से ही खाद के लिये भटक रहे हैं। लेकिन खाद नहीं मिल रहा है। जल्द ही उन्हें खाद उपलब्ध नहीं कराया गया, तो उनकी खेती चौपट हो जायेगी और परिवार के भरण-पोषण की समस्या खड़ी हो जायेगी। किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि अगर जल्द ही खाद की आपूर्ति सुनिश्चित नहीं की गई, तो वे और उग्र आंदोलन करेंगे।