मीना लाचार का कार्यवाही के नाम पर एक माह तक हुआ शोषण व धन उगाही रंगदारी का अपराध
भाकियू श्रमिक जनशक्ति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एन सी वर्मा के प्रयास में,व अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश पर एफआईआर महोली पुलिस ने दर्ज किया,
सरकार, पुलिस विभाग व मीडिया की छवि खराब कर रहा दबंग दलाल शातिर पुनीत यादव
NCVerma
महोली/सीतापुर !उप्र! पीड़िता विधवा निर्बल मीना देवी को अब्बासपुर पुलिस चौकी बड़ागांव थाना महोली सीतापुर को पड़ोसियों ने अपनी दबंगई व जुगाड़ के दम पर जबरन पकड़कर पीड़िता मीना व उसकी बहन को बुरी तरह से मारा पीटा और घायल कर दिया,जिस दौरान सिर फट गया, जिस पर पीड़िता अपनी घायल स्थिति में सुरक्षा व न्याय कार्यवाही हेतु बड़ागांव पुलिस चौकी आई,जहाँ पर उसे विपक्षी आरोपी के प्रभाव के कारण एक हजार रुपए लेकर महोली थाना भेज दिया गया,जहाँ पर उपस्थित पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर कार्यवाही न करके दूसरी तहरीर अपने वर्षो पुराने प्राइवेट लेखक जोशी से हल्की धाराओं में एक मनमानी एफआईआर दर्ज करने की तहरीर लिखवाया और पीड़िता से बिना जानकारी के कार्यवाही के नाम पर हस्ताक्षर करवा लिया और सुनवाई कार्यवाही के लिए पच्चीस सौ रुपये व चार सौ रुपये कोतवाली महोली में वसूली की गई, फिर पीड़िता को मेडिकल कार्यवाही के लिए महोली सरकारी अस्पताल सीएचसी में एक हजार रुपये सही अच्छी रिपोर्ट व उपचार के नाम बाध्य करके वसूल लिए गए,इसके उपरांत भी जब पीड़िता को कोई सुनवाई व कार्यवाही नहीं दिखाई दी बल्कि उल्टा आरोपी धमकी देकर परेशान करते रहे,इसी दौरान पीड़िता की घटना की जानकारी मौके की तलाश में बैठे दबंग दलाल मास्टरमाइंड पुनीत यादव को सोशल मीडिया से लग गई, उसने पीड़िता को भरोसा व विश्वास दिलाकर अपने जाल में फसा लिया और पुलिस कार्यवाही गिरफ्तारी व धारा 307 की बढ़ोतरी के लिए पचास हजार रुपए की मांग की और कहा नही तो तुम लोग भी फस जाओगे,अति परेशान दुखी भयभीत पीड़ित परिवार ने बड़ी याचना की और अपनी दयनीय हालत व दुर्दशा बताई लेकिन फिर भी न मानने पर भी बीस हजार रुपये में पुलिस कार्यवाही की जिम्मेदारी पुनीत ने ली और मजबूर पीड़ित परिवार से हर हाल में रुपयों की व्यवस्था तुरंत करने के लिए कहा जिस पर बड़ी मुश्किल से नो हजार रुपये नगद ले लिया और शेष रुपये सीतापुर में अगले दिन देने के लिए कहा, जिसकी व्यवस्था के लिए मीना देवी परिवार ने ब्याज पर गिरवी से बड़ागांव सुनार से रुपए लेकर व्यवस्था करके सीतापुर पुनीत यादव को उन्नीस हजार रुपये पूरे कर पाई,लेकिन कार्यवाही करने के नाम पर आए दिन पुनीत यादव पीड़िता परिवार को सीतापुर चक्कर लगवा कर परेशान कर लिया और अपने वादे व समय से मुकरने लगा जिससे पीड़िता परिवार और ज्यादा परेशान हो गया क्योंकि पहले ही पुलिस व सरकारी अस्पताल में उसे लूट कर परेशान किया जा चुका था और उधर विपक्षी अलग परेशान कर रहे थे, जब पुनीत यादव ने पीड़िता व उसके भाई से मोबाइल पर बात करने में भी आनाकानी व परेशान करने लगा और समझा दिया कि किसी को भी हमारे रुपये लेने की बात मत बताना,ऐसी स्थिति में परेशान हर ओर निराश पीड़िता ने अपनी आप बीती एन सी वर्मा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भाकियू श्रमिक जनशक्ति से बताई,जिस पर उन्होंने तुरंत पीड़िता परिवार के समक्ष पुनीत यादव से बात की, जिस पर पहले उनको भी गुमराह भृमित करने की कोशिश पुनीत यादव ने की लेकिन समक्ष उपस्थित पीड़िता के भाई से बात करवा कर रुपये लेना स्वीकार्य करवाया, जिससे पुनीत यादव नाराज हो गया और रुपये वापसी करने के लिए वचन दिया लेकिन फिर भी परेशान करता रहा और रुपये न देने के लिए विभिन्न ड्रामे करता रहा है परेशान पीड़िता ने पुनः एन सी वर्मा को अपनी आपबीती बताई जिस पर उन्होंने पुलिस के उच्च स्तरीय अधिकारियों अपने स्तर से सारी घटना की जानकारी अवगत करा दिया और पुलिस से मदद लेने के लिए पीड़िता से कहा और किसी भी को कोई भी रिश्वत न देने के लिए समझाया, जिस पर पुलिस कोतवाली महोली ने ट्विटर वायरल होने के कारण पीड़िता मीना देवी को कोतवाली महोली बुलाया, पीड़िता अत्यधिक भयभीत व डरी सहमी होने के कारण व हर तरह से लूट शोषण उत्पीड़न शिकार होने के कारण बहुत ज्यादा टूट गई थी जिसकी सूचना एन सी वर्मा को पुनः बताई जिस पर कोतवाल महोली से बुलाने की जानकारी प्राप्त करने के उपरांत कोतवाल महोली के विश्वास पर पुनः कोतवाली गई जहां पर काफी देर इंतजार के बाद मिलने सारी घटना पूछकर अपने लेखक प्राइवेट से एक तहरीर ले ली और एफआईआर व कार्यवाही व रुपये वापसी करवाने का भरोसा दिलाया और वापस बिना एफआईआर दर्ज किये हुए ही भेज दिया, कुछ दिनों बाद पुनः बुलाया और उसी एफआईआर तहरीर को वापस कर दिया तब पीड़िता महोली क्षेत्राधिकारी के कार्यालय पर गई जहाँ पर उपस्थित पुलिस कर्मियों ने पूछताछ की और कोतवाल महोली से बात की, लेकिन सीओ महोली से नहीं मिलवाया जबकि सीओ महोली कार्यालय में थे,जब वह चले गए तब पीड़िता इस बात को कहा कि हमको क्यो बैठाया और बिना साहब से मिलवाये वापस कर दिया और अब कह रहे हो फिर जाओ, जिस कारण पीड़िता का लगातार पुनः शोषण जिम्मेदार लोग ही करते रहे जिस पर निराश होकर पीड़िता चली गई और अपनी आप बीती अपने रिश्तेदारों व एन सी वर्मा को बताया, जिस पर पुलिस अधीक्षक सीतापुर व जिला अधिकारी सीतापुर से न्याय मांगने के लिए सीतापुर गईं वहां पर मौजूद तत्तकालीन सक्षम अधिकारी अपर पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी के समक्ष प्रस्तुत होकर सारी घटना बताई जिस पर कोतवाल महोली को बुलाया गया तब पुनः कोतवाल महोली ने कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया, उसके बाद सूचना प्राप्त हुई कि पीड़िता की एफआईआर दर्ज की गई और जाँच कार्यवाही महोली क्षेत्राधिकारी के पास प्रचलन में है, इतना सब कुछ हो जाने के बाद फिर किसी अज्ञात नम्बर से कार्यवाही व रुपये बरामदगी व गिरफ्तारी के नाम पर पांच हजार रुपए की मांग की गई, जोकि अपने सीतापुर पुलिस कार्यालय से बोलना बता रहा था और तुरंत रुपयों को भिजवाने के लिए कहा जिसकी जानकारी पीड़िता ने एन सी वर्मा को बताई उन्होंने इसकी जानकारी व शिकायत उच्च स्तरीय अधिकारियों के संज्ञान में लाने के लिए भेज दिया और उसकी कॉल रिकॉर्ड को भिजवा दिया जिस पर एक मीडिया कर्मी अंकित सिंह तोमर द्वारा अपनी पहचान गुप्त रखकर बातचीत की उसने फिर रुपये लेने के लिए बातचीत की जिसका वीडियो व अन्य सारा विवरण पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों को संज्ञान में भेज दिया गया और कार्यवाही की गई और पुलिस अधीक्षक सीतापुर चक्रेश मिश्रा ने सार्वजनिक रूप से अपनी बाइट देकर लोगों को सचेत सतर्क रहने के लिए कहा और किसी भी प्रकार के रुपये की लेनदेन करने से मना किया और ऐसी सूचना पर पुलिस कार्यवाही की जानकारी दी, वर्तमान में सारी घटना आपबीती पीड़िता ने स्वयं बताई है और इसके लिए उसने शपथपत्र देकर कार्यवाही व रुपये की बरामदगी व गिरफ्तारी की मांग की है और प्रेस कांफ्रेंस में पर्दाफाश करने की मांग की है गिरफ्तारी व बरामदगी कार्यवाही न होने पर भाकियू अराजनैतिक व अन्य सामाजिक संगठनों के साथ आमरण अनशन के लिए भी विवश हो सकती हैं पीड़िता ने बताया कि उसे व अन्य गवाहों को जानमाल का खतरा बना हुआ है, पुलिस विभाग सीतापुर की जानकारी के अनुसार क्षेत्राधिकारी महोली के अधीन जाँच पड़ताल कार्यवाही जारी है उपरोक्त घटना में कार्यवाही की मांग एन सी आर्य राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा भी उच्च स्तरीय अधिकारियों से की है और पीड़िता को भरोसा दिलाया है कि इस अबला विधवा लाचार महिला को न्याय दिलाने का प्रयास किया जायेगा, घटना से संबंधित तथ्यों व उपलब्ध साक्ष्यों को उच्च अधिकारियों के संज्ञान में दिया गया है!