श्रवण साहू,धमतरी। संत कबीर सेवा संस्थान एवं यथार्थ फाउंडेशन देवपुर के तत्वाधान में आयोजित सत्संग समारोह एवं आत्म चिंतन शिविर देवपुर के प्रथम दिवस ध्यान और साधना के साथ स्वयं से परिचय कैसे करें, आत्म की अनुभूति कैसे हो,जीवन को क्यों जीना है और कैसे जीना है । इस विषय पर विशेष प्रकाश डाला गया साथ ही एक सत्र में केवल बच्चों के लिए विशेष शिविर का आयोजन किया गया, हाई स्कूल देवपुर के 130 बच्चे शिविर में भाग लिए।
जिसमें सूरत गुजरात से पधारे संत गुरु भूषण साहेब जी ने कहा की उज्ज्वल चरित्र से ही जीवन सुखमय हो सकता है जीवन का दो लक्ष्य है एक व्यवहार का लक्ष्य और दूसरा मानव जीवन का मूल लक्ष्य। व्यवहार के लक्ष्य के लिए हर कोई लगा हुआ है लेकिन मानव जीवन के लक्ष्य से अपरिचित है इसलिए जीवन में दुख है हर कार्य के परिणाम में हम सुख चाहते हैं सुख के मूल में पवित्र सोच और पवित्र जीवन दर्शन है इसलिए व्यक्तित्व विकास में उज्जवल चरित्र से जीवन सुखमय हो सकता है।संत रविकर साहेब ने कहा कि विद्यार्थी जीवन ही जीवन निर्माण का समय है विचार जीवन के नीव है इसलिए अच्छे विचार का निर्माण के लिए अच्छे सोच की आवश्यकता है मनुष्य जैसा सोचता है वैसा करता है और जैसा करता है उसको वैसा फल मिलता है। अच्छे विचार संत महापुरुषों से, साहित्यसे और अच्छे संगति से प्राप्त होता है।
उक्त अवसर पर चिरंजीव साहेब एवं रामसेवक साहेब ने सुमधुर भजन की प्रस्तुति दिए।कार्यक्रम में मुख्य रूप से संत महेश साहेब, संत ध्रुव साहब, संत रघु साहब, साध्वी सीमा साहब, देवपुर विद्याल के प्राचार्य कुलेश्वर साहू, डॉ दिनेश साहू, गणराज सिन्हा सरपंच, देवनारायण साहू, उमाशंकर के साथ देवपुर हाई स्कूल के शिक्षक गण व अन्य श्रद्धालु उपस्थित रहे…