
जिला ब्यूरो रिपोर्ट सुखदेव आजाद
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अकलतरा जांजगीर चांपा
बड़ी मछली को छोड़ छोटी मछली को पड़कर वाह वही लूट रहे अधिकारी
अकलतरा । वैसे तो अवैध शराब बिक्री व कच्ची शराब बिक्री करने वालों पर आबकारी विभाग हमेशा ही मेहरबान रहता है वर्ष भर में कुछ प्रकरण बनाकर ही अपने कार्य की इति श्री कर लेते हैं जब ऊपर से दबाव आता है तब कुछ लोगों को पकड़ कर छोटे मछली पर केस दर्ज करते हुए अपना कार्य संचालित करते हैं जिसमें सिर्फ छोटी मछली ही फसती है बाकी बड़ी मछलियों को आबकारी अधिकारी द्वारा अभय दान प्रदान किया गया है कुछ इसी तरह का वाक्य वर्तमान में अकलतरा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है यहां पदस्थ आबकारी उप निरीक्षक शिल्पा दुबे का लगभग बिक्री करने वाले सभी बड़ी मछलियों से खास संबंध है जिसकी वजह से उन पर कार्यवाही कर पाना उनके लिए संभव नहीं है जब भी किसी भी प्रकार के मामले के संबंध में उनसे चर्चा की जाती है तो कभी स्टाफ का रोना तो कभी खुद के तबीयत खराब होने की बात कह कर टाल दिया जाता है अकलतरा क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के नाते ज्यादा कर यहां लगभग सभी गांव में कच्ची शराब का निर्माण होता है और उसे खपाया भी जाता है परंतु उन पर कार्यवाही कर पाना शायद उनके लिए संभव नहीं है अवैध शराब के बिक्री चलते हमेशा किसी न किसी प्रकार की घटना घटित होते रहती है परंतु अधिकारियों के सुस्त रवैया के चलते उन अपराधियों पर कार्यवाही नहीं होती है या तो यह भी कहा जा सकता है कि अधिकारियों के मिली भगत के चलते उन पर कार्यवाही कर पाना संभव नहीं होता है अकलतरा रेंज के अधिकारी द्वारा कुछ छूटभैया पत्रकारों को अपना खबरी बना रखे हैं जिनका ही फोन उठाना जरूरी समझते हैं उनके द्वारा उन्हें कुछ केसे दे दिया जाता है और वह मोटी रकम वसूलकर उन्हें कुछ अंशदान देकर चुप बैठया जाता हैं कुछ दिनों पूर्व ग्राम परसदा मे विगत दिनों एक शराब माफिया ऊपर तुरंत कार्रवाई की गई थी उसके उपरांत आज तक आबकारी उप निरीक्षक शिल्पा दुबे द्वारा आज तक किसी भी प्रकार की कार्यवाही ना कर पाना समझ से परे है वर्तमान में अकलतरा उप निरीक्षक के पद पर शिल्पा दुबे वर्तमान में पदस्थ है उसके उपरांत भी कुटरा भंवर परसदा भाटा एवं अकलतरा के आसपास क्षेत्र में अवैध शराब खुलेआम बिक रहा है ट्रिपल इंजन की सरकार होने के बावजूद किस तरह के अधिकारियों को संरक्षण मिला हुआ है अब देखना यह है कि शराब घोटाले की जांच कर रही भाजपा सरकार उक्त दोषी अधिकारी पर कार्यवाही करती है या उन्हें संरक्षण प्रदान करती है।
अकलतरा में नहीं मिलती मनचाही शराब
एक तरफ छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा लोगों को मनचाहा शराब देने की बात करती है वहीं अकलतरा क्षेत्र में व्यक्तियों को कभी गोवा शराब वितरण नहीं होता उनके स्थान पर दूसरे दूसरे ब्रांड का शराब उत्पाद कराया जाता है जिस पर उपभोक्ताओं द्वारा मना करने पर लेना है तो लो नहीं तो जाऊ करके भगा दिया जाता है यह भी एक प्रमुख मुद्दा है। होटल और ढाबा मे झलक रही शराब
अकलतरा और उसके आसपास होटल एवं ढाबा में शराब की बिक्री एवं पिलाना सरेआम चल रहा है उसके उपरांत भी किसी भी प्रकार का कार्यवाही ना होना समझ से पैर है।
फोन उठाकर गोल-गोल जवाब देते हैं अधिकारी
अवैध शराब के संबंध में जब भी अधिकारी को जानकारी देना चाहो या वर्जन लेना चाहो तो अधिकारी मोबाइल उठाना जरूरी नहीं समझते हैं कभी मीटिंग में हूं और कभी बाहर हूं कह कर फोन को काट दिया जाता है पूर्व में अधिकारी द्वारा जिस जगह पर रेट मार गया था वहां भाजपा के कुछ कार्यकर्ता भी मौजूद थे उन्हें छोड़ दिया गया या उनके कार्य प्रलाणी पर सवाल उठता है क्या भाजपा की सरकार होने के बावजूद दोषियों पर कार्रवाई नहीं करना समछ से परे पर है।
मोटी रकम लेकर करती है संरक्षण
अवैध शराब बकरी करने वाले द्वारा बताया गया कि हर माह मैडम को मोटी रकम पहुंचते हैं जिसके वजह से वह हम पर कार्रवाई नहीं करती है जिसके अंतर्गत मुलमुला थाना प्रभारी विनोद जाटवर का हमें खुला संरक्षण प्राप्त है आप पत्रकार कुछ भी करें हम पर कार्रवाई नहीं हो सकती अब देखना यह है कि उक्त दोषी अधिकारियों पर करवाई होती है या उन्हें अभय दान प्राप्त होता है।
वर्जन
इस संबंध में अधिकारी द्वारा पूछे जाने पर बहाना मारते हुए कहां गया कि अभी मैं मीटिंग में हूं बाद में बात करती हूं।
आबकारी उप निरीक्षक
शिल्पा दुबे , अकलतरा क्षेत्र