
झाबुआ जिले की पेटलावद तहसील के झकनावदा गाँव के पास, माही नदी के तट पर स्थित प्राचीन तीर्थ स्थल श्रृंगेश्वर धाम पर गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं का विशाल मेला आयोजित किया गया। यह आयोजन श्री 1008 काशीगिरी जी महाराज की पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी श्रद्धा और भक्ति के साथ सम्पन्न हुआ।
हजारों की संख्या में भक्तगण अपने गुरुदेव और बाबा महाकाल के दर्शन हेतु धाम पधारे। श्रृंगेश्वर धाम की महिमा अत्यंत अलौकिक मानी जाती है, और यहाँ भक्तों द्वारा निरंतर सेवा कार्य किए जा रहे हैं। मंदिर को इस अवसर पर विशेष रूप से सजाया गया था।
भजन संध्या और पूजन कार्यक्रम
9 जुलाई बुधवार की संध्या को विशेष भजन संध्या का आयोजन हुआ, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालु सम्मिलित हुए। अगले दिन प्रातःकाल गुरुदेव श्री काशीगिरी जी महाराज का विधिपूर्वक अभिषेक किया गया, तत्पश्चात आरती एवं प्रसादी वितरण के साथ भंडारे का आयोजन हुआ।
गोसेवा और समाजसेवा
भक्तों द्वारा धाम में एक भव्य गौशाला का निर्माण कार्य भी आरंभ किया गया है, जिसमें गौमाताओं के लिए उत्तम भोजन, पानी और आवास की व्यवस्था की जा रही है। इस अवसर पर जूना अखाड़ा, उज्जैन के अंतरराष्ट्रीय महासचिव एवं श्रृंगेश्वर धाम के गादीपति श्री रामेश्वर गिरी जी महाराज ने एक ई-रिक्शा का पूजन किया, जिसका उपयोग गौमाताओं के लिए चारा लाने में किया जाएगा।
महाकाल मित्र मंडल का योगदान
महाकाल मित्र मंडल झकनावदा के सभी सदस्यों ने धाम में पहुंचकर गुरुदेव श्री काशीगिरी जी महाराज के समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित की और श्री रामेश्वर गिरी जी महाराज के चरणों में नमन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। तत्पश्चात सभी ने प्राचीन श्रीगेश्वर महादेव के दर्शन कर आगामी वर्ष में सभी भक्तों के सुख-समृद्धि की कामना की।
सदस्यों ने बाबा महाकाल से आगामी सावन माह की कावड़ यात्रा हेतु आशीर्वाद प्राप्त कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की।