संवाददाता अखिलेश विश्वकर्मा का रिपोर्ट गढ़वा
पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पाक-अफगान सीमा पर स्थित ऐतिहासिक मंदिर को गिरा दिया गया है। मंदिर के स्थान पर एक कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जा रहा है। यह मंदिर 1947 से बंद पड़ा था। यह खैबर पख्तूनख्वा जिले के सीमावर्ती शहर लैंडी कोटाल बाजार में स्थित था।
इस घटना को लेकर एक पत्रकार ने पाकिस्तान का नापाक चेहरा उजागर किया है। पाकिस्तानी पत्रकार इब्राहिम शिनवारी ने कहा कि कोटल बाजार में मंदिर था। विभाजन के बाद स्थानीय हिंदू भारत चले गए थे। इसके बाद इसे बंद कर दिया गया था। उन्होंने कहा कि जब 1992 में अयोध्या में विवाद ढांचा गिराया गया तो कुछ लोगों ने इस मंदिर को नुकसान पहुंचाया था। अपना बचपन याद करते हुए उन्होंने कहा कि मंदिर से जुड़ी कहानियां हमने सुनी हैं।