
पीलीभीत – लेखपाल अब लोकपाल बन कार्य करने लगे हैं। सम्पूर्ण समाधान दिवस में कल आई एक शिकायत तो कम से कम यही सिद्ध करती है। प्रकरण बीसलपुर क्षेत्र के गाँव बेनीपुर गाँव का है ; वहाँ के निवासी महेंद्र पाल गंगवार बताते हैं कि सन् 2022 ई0 में राजस्व कर्मचारियों ने उन्हें मृत दर्शाकर उनकी जमीन को उनके पुत्रों में बाँट दिया ,जिसकी उन्हें भनक तक न लगी। बाद में जब उन्हें ज्ञात हुआ तो उन्होंने सम्बन्धित स्थिति से अवगत कराते हुये सक्षम अधिकारियों से कई बार शिकायत की। हल न निकलने पर उन्होंने शासन द्वारा आयोजित समाधान दिवस में कई बार शिकायत की पर मामला ज्यों का त्यों ही है। जीवित होते हुये भी वे स्वयं को जीवित नहीं दर्शा पा रहे। शासन भी आँख मूँदकर प्रशासनिक रिपोर्ट को ही सही मान लेता है। कब तक चलेगा अन्धेर नगरी ,चौपट राज ? क्या सम्बन्धित दोषियों पर कभी कार्यवाही हो पायेगी ..? या फिर यूँ ही भटकता रहेगा जीवित महेन्द्र पाल ..।