A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरेउत्तर प्रदेशलखीमपुर खीरी

05 अक्टूबर। मिशन शक्ति अभियान के तहत माध्यमिक स्कूलों की दसवीं और 12वीं की मेधावी बेटियों ने जिले और तहसील स्तर पर एक दिन की सांकेतिक अधिकारी बनकर कुर्सी संभाली

  1. बेटियों ने अफसर बनकर एक दिन संभाली जिले की कमान बेटियों को सशक्त बनाने की अभिनव पहल स्वतंत्रता संग्राम परिवार की बेटी बनी डीएम, सुनी समस्याएं, कलेक्ट्रेट में देखी व्यवस्थाएं।-टापर बेटियों ने तहसीलों में संभाली एसडीएम की जिम्मेदारी लखीमपुर खीरी 05 अक्टूबर। मिशन शक्ति अभियान के तहत माध्यमिक स्कूलों की दसवीं और 12वीं की मेधावी बेटियों ने जिले और तहसील स्तर पर एक दिन की सांकेतिक अधिकारी बनकर कुर्सी संभाली। शासन के निर्देश और डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में एक दिन का अधिकारी बनने का मौका मिला तो बेटियों के चेहरे पर खुशी थी तो थोड़ी झिझक भी। सुबह दस बजे से अधिकारियों की कार में राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उनको स्वयं घर से लेने गए और कार्यालय लेकर पहुंचे और ढाई घंटे कार्यालयों में अधिकारी के रूप में कामकाज देखा। अधिकारी बनने का पहला अनुभव पाकर एक आत्मविश्वास भी बढ़ा। ढाई घंटे कामकाज देखने के बाद कर्मचारियों ने घर तक छोड़ा भी।लखीमपुर खीरी के जिलाधिकारी कार्यालय शनिवार को उस समय कौतूहल का विषय बन गया, जब स्वतंत्रता संग्राम सेनानी परिवार की बिटिया आठवी की छात्रा अग्रिमा धवन ने डीएम की कुर्सी संभाली। दरअसल, मिशन शक्ति फेस-5 के तहत छात्रा अग्रिमा धवन को एक दिन की जिले की कमान सौंपी गई। अग्रिमा ने बतौर डीएम लोगों की शिकायतें सुनीं।अग्रिमा धवन के घर को सरकारी कार लेने के लिए पहुंची। वहीं, कलक्ट्रेट में शनिवार सुबह नजारा बदला हुआ था। अग्रिमा कार्यालय पहुंचीं तो जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल और एसपी गणेश प्रसाद साहा ने बुके देकर उनका स्वागत किया। इसके बाद उन्हें डीएम की कुर्सी पर बैठाकर जिलाधिकारी के दायित्वाें के बारे में जानकारी दी गई। इसके साथ ही लोगों की समस्याओं को सुना।डीएम बनीं छात्रा अग्रिमा धवन ने कलेक्ट्रेट में प्रशासन की कार्य प्रणाली का अध्ययन भी किया। अग्रिमा ने बताया कि जिलाधिकारी बनकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। घर पर सभी खुश हैं, रिश्तेदार भी फोन कर बधाई दे रहे हैं। मैं वास्तव में एक दिन आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं। इस दौरान डीएम, एसपी ने वॉच, बैग, स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान एडीएम संजय कुमार सिंह, एसडीएम सदर अश्विनी कुमार सिंह, डिप्टी कलेक्टर रत्नाकर मिश्रा, डीपीओ लवकुश भार्गव सहित एक दिन की डीएम के पारिवारिक जन मौजूद रहे सब्जियों के दाम कम कराना चाहती हैं एक दिन की डीएम महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर, अपराधियों पर सख्ती की हिमायती शासन के निर्देश पर मिशन शक्ति के तहत एक दिन की डीएम अग्रिमा धवन चाहती है कि आम आदमी के लिए सब्जियों के दाम कम हो, जो हर व्यक्ति की पहुंच में हो। एक दिन की डीएम महिला अपराध पर सख्त दिखीं। कहा कि अपराधियों के साथ शक्ति बरतनी चाहिए। उन्होंने अपने परदादा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी की वीरता के कई किस्से सुनाएं और भावुक भी हुई। बेटियों ने कुर्सी पर बैठते ही महिलाओं के लिए फैसले मिशन शक्ति फेज पांच के तहत शनिवार को जिले की सभी सात तहसीलों में प्रतिभावान बेटियों ने एक दिन के लिए तहसीलों की कमान संभाली। एसडीएम, तहसीलदार बगल में बैठे रहे। एसडीएम की कुर्सी पर बैठते ही खीरी की बेटियों ने अफसरों से महिलाओं, बेटियों और छात्राओं के कल्याण के कार्यों की जानकारी ली। डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल के निर्देश पर एक दिन के लिए तहसीलों की कमान बेटियों के हाथ में दी गई। उन्होंने एसडीएम की कुर्सी पर बैठते ही महिलाओं और बेटियों के कल्याण के लिए अफसरों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं और बेटियों को महत्वपूर्ण स्थान दिया जाए। बताते चलें कि तहसील लखीमपुर में भाव्या सिंह, गोला में स्मृति सिंह, पलिया में निधि गुप्ता,धौरहरा में अनन्या रस्तोगी, निघासन में अनुष्का पटेल, मोहम्मदी में नन्दिनी गुप्ता, मितौली में खुशबू राठौर ने सांकेतिक रूप से एसडीएम की भूमिका अदा की। वन्दे भारत लाइव टीवी न्यूज चैनल से संवाददाता अनिल कुमार की खास रिपोर्ट
Vande Bharat Live Tv News
Back to top button
error: Content is protected !!