बाघमारा अंचल में देव तुल्य जनता हो रहे परेशान, अधिकारी नहीं करते निदान:
अपने अपने मामलों को लेकर सभी रैयतों ने सीओ कार्यालय में लगाया आरटीआई आवेदन
बाघमारा: ग्राम स्वराज अभियान के बैनर तले अंचल कार्यालय बाघमारा में दर्जनों भू स्वामी ने अपने जमीन के म्यूटेशन, ऑनलाइन प्रविष्टि, रसीद कटवाने, जमीन विवाद हेतु नापी कर सीमांकन आदि के लिए अनिश्चितकालीन सत्याग्रह धरना प्रदर्शन शुरू किया।। सभी रैयतों ने बाघमारा सीओ को आरटीआई आवेदन देकर अपने अपने शिकायत पर हुई कार्यवाई की रिपोर्ट मांगी है।
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे जोगीडीह निवासी रैयत कमल महतो ने बताया कि विगत एक दो वर्षों से अपने पुश्तैनी जमीन का ऑनलाइन प्रविष्टि करने और अद्यतन रसीद कटवाने के लिए सीओ कार्यालय का चक्कर काट रहें है। रैयत बाणेश्वर महतो ने बताया की 29 जून 2024 से अब तक अर्थात 5 महीना से उसका म्यूटेशन का आवेदन कर्मचारी के आई डी में लंबित है।
अबुआ आवास में जमीन विवाद के कारण धर्माबांध के विशाल कु महतो अपने मां के साथ धरना में बैठा है और सीओ से जमीन नापी का फरियाद कर रहा है ।
धरना को ग्राम स्वराज अभियान के प्रमुख जगत महतो ने संबोधित करते हुए कहा की अंचल कार्यालय में भ्रष्ट्राचार व्याप्त है, जिसके कारण आम रैयत के जमीन संबंधी शिकायत का निवारण अधिकारी नहीं करता है। यह विडंबना है कि पत्रकार की जमीन को भी भूमाफिया अंचल के मिलीभगत से लुट रहा है और इंसाफ के लिए पत्रकार को भी धरना पर बैठना पड़ रहा है। सीओ कार्यालय में अबुआ नहीं बबुआ राज कायम है।
धरना में मुख्य रूप से विभिन्न गांव के रैयत मुसीब अख्तर खान, सुमित्रा देवी, पत्रकार अरबिन्द सिन्हा, विशाल कुमार महतो, तीता कुमारी उर्फ लक्ष्मी देवी, कैलाश रजवार, कमल महतो, दिलीप कु महतो, सलिक मिस्त्री, रूपेश रवानी, राजा राम महतो आदि अनिश्चितकालीन धरना पर बैठें है।
*पत्रकार की पुश्तैनी जमीन का हो रहा है वारा न्यारा, इंसाफ के लिए बैठा धरने पर*
ग्राम स्वराज अभियान के बैनर तले पीड़ित रैयत पत्रकार अरबिन्द सिन्हा भी धरने पर बैठे हैं। पत्रकार अरबिन्द सिन्हा ने बताया कि कतरास मौजा अंतर्गत आकाश किनारी कांटा के समीप उसका पुश्तैनी जमीन है जिसका खतियान उसके दादा भोला प्रसाद लाला के नाम पर है। उक्त जमीन पर अशोक चौरसिया नामक भूमाफिया अवैध कब्जा करके निर्माण कार्य कर रहा है। सरकारी अमीन से 2 बार मापी कर सीमांकन करवाने का कोशिश किया लेकिन अशोक चौरसिया के द्वारा बाधा उत्पन्न किया जा रहा है। मामले की शिकायत उपायुक्त धनबाद, वरीय पुलिस अधीक्षक धनबाद, डीएसपी बाघमारा, अंचल अधिकारी बाघमारा, थाना प्रभारी कतरास से भी की गई है लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नही की गई है। अरबिन्द सिन्हा ने आरोप लगाते हुए कहा कि अंचल कार्यालय बाघमारा के द्वारा भूमाफिया को अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग किया जा रहा है तभी सरकारी अमीन अगले पक्ष का बिना कागजात देखे बिना मापी किये लौट जा रहा है। उन्होंने पूछा कि अंचल कार्यालय सीमांकन मामले में पुलिस प्रशासन का सहयोग क्यों नही ले रहा है।
रिपोर्ट मो इम्तियाज अंसारी